बेंगलुरु : कर्नाटक के एक पुलिसकर्मी (Karnataka policeman) को बेंगलुरु में जब्त किए गए 50 लाख रुपये में से 10 लाख रुपये अपने पास रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिसकर्मी की पहचान चंद्र लेआउट पुलिस स्टेशन से जुड़े हेड कांस्टेबल महेंद्र गौड़ा के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पेट्रोलिंग ड्यूटी के दौरान वारदात को अंजाम दिया.
जब्त किया गया पैसा चन्नापटना शहर के रामपुरा गांव के एक रियल एस्टेट एजेंट और किसान लिंगेश का था. उसने पुलिस को बताया कि अपने दोस्त की सलाह के अनुसार वह शहर में 2,000 रुपये के नोटों को छोटे नोटों में बदलने के लिए लाया था. पुलिस ने कहा कि उसके दोस्त दिनेश ने उसे सूचित किया कि 2,000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा और उसे 10 प्रतिशत कमीशन पर 500 रुपये में बदलने की सलाह दी थी.
लिंगेश अपनी कार में 50 लाख रुपये नकद लेकर बेंगलुरु आया. नोट बदलने के लिए आए लोगों की सलाह पर वह बेंगलुरु यूनिवर्सिटी के जननभारती कैंपस पहुंचा. जनभारती परिसर पहुंचने के बाद, वे पैसे के आदान-प्रदान के लिए चंद्र लेआउट इलाके में गया. इसी बीच वहां आए गौड़ा को शक हुआ और उन्होंने कार की तलाशी ली तो उसमें से भारी मात्रा में नकदी मिली. उसने उन्हें धमकी दी कि वह सारे पैसे जब्त कर लेगा और राशि से 10 लाख रुपये ले लेगा.
बाद में, आरोपी ने कार को जब्त कर लिया और दस्तावेजों में वाहन से 40 लाख रुपये जब्त करना दिखाया. हालांकि लिंगेश ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हेड कांस्टेबल ने पैसे लिए थे. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उनका रोल अभी सामने नहीं आया है. पुलिस ने कहा है कि वे नोटों की अदला-बदली पर विस्तृत जांच करेंगे.आगे की जांच जारी है.
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