दक्षिण कन्नड़: कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने आरोप लगाया कि राज्य में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद जिहादी तत्वों ने राज्य में अपना बदसूरत सिर उठाया है. उन्होंने कहा कि संदेह है कि राज्य में कांग्रेस सरकार शासन कर रही है या जिहादी सरकार.
उडुपी कॉलेज के एक टॉयलेट में मुस्लिम छात्राओं द्वारा हिंदू लड़कियों के फिल्मांकन की निंदा करने और व्यापक जांच की मांग को लेकर शुरू किए गए आंदोलन में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कतील ने कहा कि सिद्दारमैया के सीएम बनने के बाद राज्य में हिंदू विरोधी नीति लागू हो गई है. उन्होंने कहा कि सिद्दारमैया सरकार पीएफआई से जुड़े आतंकवादियों को रिहा कर रही है.
उन्होंने कहा कि इसलिए, सीएम सिद्दारमैया एक राष्ट्र-विरोधी और आतंकवाद समर्थक सीएम बन गए हैं. राज्य में अराजकता है. सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है. सिर्फ सीएम ही नहीं, बल्कि गृहमंत्री भी फेल हैं. गृहमंत्री इसे बच्चों का खेल करार दे रहे हैं. उडुपी की घटना अकेली घटना नहीं है, बल्कि छह से सात बार ऐसा हो चुका है. पुलिस विभाग मामले को दबा रहा है.
कतील ने बताया कि सिद्दारमैया सरकार में वीडियो बनाने वालों को जेल भेजने की हिम्मत नहीं है. उन्होंने कहा कि इसमें हत्यारों को जेल भेजने का साहस भी नहीं है. लेकिन, यह एक ऐसी सरकार है जो एक कार्यकर्ता, एक राष्ट्रवादी को जेल भेज सकती है. राज्य में लोग भयभीत हो रहे हैं. कतील ने कहा कि कांग्रेस सरकार उन देशद्रोहियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है, जिन्होंने बेलगावी, उत्तर कन्नड़ जिलों में कांग्रेस के चुनाव जीतने के बाद पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे.
कतील ने कहा कि अगर सिद्दारमैया में क्षमता है, तो उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए या इस बात पर सहमति जताते हुए बयान देना चाहिए कि वे पार्टी कार्यकर्ता हैं. पूर्व मंत्री और भाजपा एमएलसी कोटा श्रीनिवास पुजारी ने उपहास किया कि सीएम सिद्दारमैया सभी रंगों की टोपी पहनते हैं, लेकिन भगवा टोपी पहनने से इनकार करते हैं. उन्होंने कहा कि सिद्दारमैया सरकार में सभी समान हैं, लेकिन हिंदुओं के लिए उडुपी फाइलें कोई अकेली घटना नहीं है, ऐसा नियमित आधार पर होता रहा है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को इसकी जांच करानी चाहिए. पुजारी ने कहा कि गृहमंत्री ने इसे एक मजाक बताया है. हमें सरकार पर संदेह है. सरकार आतंकवाद का समर्थन कर रही है. इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जो लड़की अपने आवास के बाहर पैर रखती है, वह कांग्रेस शासन के तहत दिन के अंत में घर लौट आएगी.
(आईएएनएस)