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जानिए, क्यों इन राज्यों में नहीं होगी धमाकेदार दीपावली

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Published : Nov 6, 2020, 5:45 PM IST

दीपावली से पहले एक के बाद एक राज्य सरकारें पटाखों पर प्रतिबंध लगा रही हैं. पहले ओडिशा, राजस्थान और दिल्ली ने यह फैसला लिया था. अब इस कड़ी में कर्नाटक का भी नाम जुड़ गया है.

several state govt banned fireworks due to corona and air pollution
बिना पटाखों के होगी इस बार दीपावली

हैदराबाद: बढ़ते प्रदूषण के बीच तमाम राज्य सरकारें पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला ले रही हैं. कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने शुक्रवार को राज्य में पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं, दिल्ली, राजस्थान और ओडिशा की सरकारें पहले ही दीपावली पर पटाखों की खरीद व बिक्री पर प्रतिबंध लगा चुकी हैं. इन चार राज्यों में से तीन गैर भाजपा शासित प्रदेश हैं और केवल कर्नाटक में भाजपा की सरकार है.

कर्नाटक सरकार ने लिया फैसला
ओडिशा, राजस्थान और दिल्ली की सरकारों के बाद शुक्रवार को कर्नाटक सरकार ने भी दीपावली के मौके पर पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कड़ा फैसला लेते हुए कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए कर्नाटक में पटाखों पर प्रतिबंध का फैसला लिया गया है. उन्होंने राज्य की जनता से सहयोग करने की अपील की है.

दिल्ली में लगातार बढ़ रहा प्रदूषण
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में वायु प्रदूषण चरम पर पहुंच गया है. इसी को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध का अहम फैसला लिया. सीएम अरविंद केजरीवाल ने फैसला लेते हुए कहा कि इस समय वायु प्रदूषण से हालात खराब हैं, इसको देखते हुए पटाखे जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. बता दें, दिल्ली की 'आप' सरकार ने ग्रीन कैकर्स को भी प्रतिबंधित कर दिया है.

30 नवंबर तक जारी रहेगा प्रतिबंध
मिली जानकारी के मुताबिक, देश की राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध 7 नवंबर से 30 नवंबर तक जारी रहेगा. बता दें, दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार 'बहुत खतरनाक' श्रेणी में बना हुआ है. इस मुद्दे पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बैठक भी बुलाई थी. बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने पटाखे जलाने पर करीब एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने की बात कही है.

गैस चैंबर में तब्दील हुई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी में इस समय कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. राजधानी के आसमान में छाए जहरीले धुएं ने दिल्ली को गैस चैंबर में तब्दील कर दिया है. प्रदूषण के कारण दिल्ली और एनसीआर में विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर रह गई है.

राजस्थान सरकार ने भी लिया फैसला
इससे पहले राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार भी राज्य में पटाखों पर प्रतिबंध का फैसला ले चुकी है. राज्य के गृह विभाग की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, कोई भी दुकानदार किसी भी तरह के पटाखे नहीं बेच सकेगा. साथ ही कोई भी व्यक्ति न तो पटाखे खरीदेगा और न ही पटाखे चलाएगा. गृह विभाग की अधिसूचना में जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है. अगर कोई भी दुकानदार पटाखे बेचता हुआ पकड़ा गया तो उसे 10,000 रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा. साथ ही अगर कोई व्यक्ति पटाखे जलाता हुआ पकडा गया तो उस पर 2,000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है.

ओडिशा सरकार ने भी लिया फैसला
राजस्थान के बाद नवीन पटनायक सरकार ने भी ओडिशा में पटाखों पर प्रतिबंध का फैसला लिया है. सरकार ने कोरोना वायरस महामारी और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राज्य में 10-30 नवंबर के बीच पटाखे बेचने पर प्रतिबंध लगाया है. सरकार ने कहा है कि महामारी के दौरान पटाखे जलाने से होने वाले धुएं से लोगों को बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है. इस बीच अगर कोई पटाखे बेचता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें: कोरोना से मौत के मामलों में दिल्ली सभी मेट्रो शहरों से पीछे : सत्येंद्र जैन

सीएम नवीन पटनायक ने की लोगों से अपील
ओडिशा सरकार की तरफ से कहा गया है कि अगर कोई इन आदेशों का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ महामारी अधिनियम और अन्य कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में पुलिस और प्रशासन को उचित आदेश दे दिए गए हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने की अपील की है. साथ ही लोगों से मिट्टी के दीये और मोमबती जलाकर यह त्योहार मनाने की अपील की है.

हरियाणा सरकार ने भी लिया फैसला
वहीं, हरियाणा सरकार ने भी प्रदेश में आयातित पटाखों को रखने और उनकी बिक्री करने को अवैध और दंडनीय घोषित किया है. प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों को इस संबंध में सतर्क रहने और आयातित पटाखों की बिक्री और वितरण के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य में सभी जिला उपायुक्तों, पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे आयातित पटाखों की बिक्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं और लोगों को ऐसे पटाखों का उपयोग न करने बारे में सचेत करें.

सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे आयातित पटाखों को रखने या बिक्री करने वालों के बारे में तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन को सूचित करें, ताकि ऐसे करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके.

पश्चिम बंगाल सरकार ने भी उठाया कदम

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से दीपावली के मौके पर आतिशबाजी न करने की अपील की है. सरकार का कहना है कि वायु प्रदूषण कोविड-19 मरीजों के लिए घातक है.

हैदराबाद: बढ़ते प्रदूषण के बीच तमाम राज्य सरकारें पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला ले रही हैं. कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने शुक्रवार को राज्य में पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं, दिल्ली, राजस्थान और ओडिशा की सरकारें पहले ही दीपावली पर पटाखों की खरीद व बिक्री पर प्रतिबंध लगा चुकी हैं. इन चार राज्यों में से तीन गैर भाजपा शासित प्रदेश हैं और केवल कर्नाटक में भाजपा की सरकार है.

कर्नाटक सरकार ने लिया फैसला
ओडिशा, राजस्थान और दिल्ली की सरकारों के बाद शुक्रवार को कर्नाटक सरकार ने भी दीपावली के मौके पर पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कड़ा फैसला लेते हुए कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए कर्नाटक में पटाखों पर प्रतिबंध का फैसला लिया गया है. उन्होंने राज्य की जनता से सहयोग करने की अपील की है.

दिल्ली में लगातार बढ़ रहा प्रदूषण
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में वायु प्रदूषण चरम पर पहुंच गया है. इसी को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध का अहम फैसला लिया. सीएम अरविंद केजरीवाल ने फैसला लेते हुए कहा कि इस समय वायु प्रदूषण से हालात खराब हैं, इसको देखते हुए पटाखे जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. बता दें, दिल्ली की 'आप' सरकार ने ग्रीन कैकर्स को भी प्रतिबंधित कर दिया है.

30 नवंबर तक जारी रहेगा प्रतिबंध
मिली जानकारी के मुताबिक, देश की राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों पर प्रतिबंध 7 नवंबर से 30 नवंबर तक जारी रहेगा. बता दें, दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार 'बहुत खतरनाक' श्रेणी में बना हुआ है. इस मुद्दे पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बैठक भी बुलाई थी. बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने पटाखे जलाने पर करीब एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने की बात कही है.

गैस चैंबर में तब्दील हुई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी में इस समय कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. राजधानी के आसमान में छाए जहरीले धुएं ने दिल्ली को गैस चैंबर में तब्दील कर दिया है. प्रदूषण के कारण दिल्ली और एनसीआर में विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर रह गई है.

राजस्थान सरकार ने भी लिया फैसला
इससे पहले राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार भी राज्य में पटाखों पर प्रतिबंध का फैसला ले चुकी है. राज्य के गृह विभाग की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, कोई भी दुकानदार किसी भी तरह के पटाखे नहीं बेच सकेगा. साथ ही कोई भी व्यक्ति न तो पटाखे खरीदेगा और न ही पटाखे चलाएगा. गृह विभाग की अधिसूचना में जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है. अगर कोई भी दुकानदार पटाखे बेचता हुआ पकड़ा गया तो उसे 10,000 रुपये का जुर्माना देना पड़ेगा. साथ ही अगर कोई व्यक्ति पटाखे जलाता हुआ पकडा गया तो उस पर 2,000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है.

ओडिशा सरकार ने भी लिया फैसला
राजस्थान के बाद नवीन पटनायक सरकार ने भी ओडिशा में पटाखों पर प्रतिबंध का फैसला लिया है. सरकार ने कोरोना वायरस महामारी और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राज्य में 10-30 नवंबर के बीच पटाखे बेचने पर प्रतिबंध लगाया है. सरकार ने कहा है कि महामारी के दौरान पटाखे जलाने से होने वाले धुएं से लोगों को बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है. इस बीच अगर कोई पटाखे बेचता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें: कोरोना से मौत के मामलों में दिल्ली सभी मेट्रो शहरों से पीछे : सत्येंद्र जैन

सीएम नवीन पटनायक ने की लोगों से अपील
ओडिशा सरकार की तरफ से कहा गया है कि अगर कोई इन आदेशों का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ महामारी अधिनियम और अन्य कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में पुलिस और प्रशासन को उचित आदेश दे दिए गए हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग देने की अपील की है. साथ ही लोगों से मिट्टी के दीये और मोमबती जलाकर यह त्योहार मनाने की अपील की है.

हरियाणा सरकार ने भी लिया फैसला
वहीं, हरियाणा सरकार ने भी प्रदेश में आयातित पटाखों को रखने और उनकी बिक्री करने को अवैध और दंडनीय घोषित किया है. प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों को इस संबंध में सतर्क रहने और आयातित पटाखों की बिक्री और वितरण के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य में सभी जिला उपायुक्तों, पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे आयातित पटाखों की बिक्री को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं और लोगों को ऐसे पटाखों का उपयोग न करने बारे में सचेत करें.

सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे आयातित पटाखों को रखने या बिक्री करने वालों के बारे में तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन को सूचित करें, ताकि ऐसे करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके.

पश्चिम बंगाल सरकार ने भी उठाया कदम

कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से दीपावली के मौके पर आतिशबाजी न करने की अपील की है. सरकार का कहना है कि वायु प्रदूषण कोविड-19 मरीजों के लिए घातक है.

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