हुबली (कर्नाटक) : कर्नाटक विधानसभा चुनाव की सभी सीटों के लिए बुधवार को मतदान हुआ. इस दौरान हुबली-धारवाड़ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को बड़ा झटका लगा जब एक ही मतदान केंद्र से 400 से अधिक मतदाताओं के नाम काट दिए जाने का मामला सामने आया. बताया जाता है कि हुबली-धारवाड़ पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के गुरुनाथ नगर में प्रियदर्शिनी कॉलेज के पोलिंग बूथ से मतदाताओं के नाम हटा दिए गए थे. मतदाता सूची से मतदाता का नाम हटाए जाने पर मतदान करने आए लोगों ने आरोप लगाया कि निर्वाचन अधिकारियों की लापरवाही के कारण उनका नाम विलोपित किया गया.
इतना ही पोलिंग बूथ नंबर 139 पर इलेक्ट्रॉनिक मशीनों में खराबी आ जाने की वजह से कुछ देर के लिए मतदान रुका रहा. इस दौरान मतदाता वोट डालने के लिए कतार में लगे रहे. इसके अलावा लगभग सभी मतदान केंद्रों पर अच्छा मतदान देखने को मिला. हालांकि जयनगर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र 204 में तकनीकी कारणों की वजह से मतदान देरी से शुरू हुआ. यहां पर ईवीएम की गड़बड़ी की समस्या भी सामने आई. वहीं महादेवपुर विधानसभा क्षेत्र के अयप्पानगर के नारायण स्कूल पोलिंग बूथ पर भी ईवीएम की समस्या सामने आई, इस पर सैकड़ों मतदाताओं ने आक्रोश जताया. इसी तरह मतदान केंद्र संख्या 69, उप्परा स्ट्रीट, संथेमारहल्ली सर्किल, चामराजनगर के पास ईवीएम में तकनीकी खराबी पाई गई. यहां मतदान आधे घंटे की देरी से शुरू हुआ जिसे बाद में सुधारा गया.
हासन जिले के सकलेशपुर तालुक के अचांगी गांव के मतदान केंद्र संख्या 76 में ईवीएम में खराबी के कारण देर से मतदान शुरू हुआ. ईवीएम की गड़बड़ी को ठीक करने में अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इसके बाद वोटिंग मशाीन को बदल दिए जाने के बाद मतदान की अनुमति दी गई. फलस्वरूप देरी की वजह से 300 से अधिक लोग बिना वोट डाले ही वापस चले गए.
चुनावी सरगर्मी के बीच गडग जिले की एक 85 वर्षीय महिला मुक्तिंबी डोड्डामणि ने अपने पोते के साथ मुंडारगी कस्बे के पोलिंग बूथ नंबर 53 पर वोट डाला. लेकिन उन्होंने पोलिंग स्टेशन से बाहर आने के बाद आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके बताए गए चुनाव चिन्ह के मुताबिक वोट न देकर दूसरे को वोट दे दिया. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने पोते को दादी के साथ अंदर नहीं जाने दिया.
बता दें कि महादेवपुर विधानसभा क्षेत्र में वीवीपैट मशीन में खराबी महादेवपुर विधानसभा क्षेत्र के ज्योतिपुरा गांव के मतदान केंद्र संख्या 3 में पायी गयी. इस दौरान मतदाताओं ने आधे घंटे से अधिक समय तक हंगामा किया. इस दौरान कड़ी धूप में कतार में खड़े 150 से अधिक मतदाताओं ने अधिकारियों के व्यवहार पर आक्रोश जताया. इसी प्रकार कारवार जिले के अंकोला तालुक के खेनी गांव में एक घंटे से ज्यादा समय तक मतदान रुका रहा. यहां ईवीएम वीवी पैट मशीन खराब होने के कारण एक घंटे तक मतदान ठप रहा.
गौरतलब है कि मॉडल सीनियर प्राइमरी स्कूल खेनी के पोलिंग बूथ नंबर 204 पर सुबह जल्दी मतदान शुरू हुआ, लेकिन करीब 11.50 बजे वोटिंग मशीन खराब होने से एक घंटे से अधिक समय तक मतदान रुका रहा. कुल 82 लोगों के वोट डालने के बाद वोटिंग मशीन में गड़बड़ी आ गई थी. हालांकि पीआरओ ने तुरंत इसकी जानकारी आरओ के ध्यान में लाई. जिसके करीब एक घंटे बाद वोटिंग मशीन बदल दी गई. वहीं मतदान में देरी को लेकर स्थानीय लोगों ने एक घंटे का अतिरिक्त समय देने की मांग की. हालांकि, अधिकारियों ने लोगों को इस बारे में सूचित किया और उन्हें फिर से मतदान करने की अनुमति दी गई है. मतदान में देरी के चलते दोपहर बाद पोलिंग बूथ पर लंबी कतार देखी गई.
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