कानपुर: शहर के कुख्यात विदेशी असलहों के तस्कर बाबर का नाम अतीक हत्याकांड में उछाला जा रहा है. बाबर का नाम शहर के सभी थानों की पुलिस जानती है. पुलिस अब उसके घर की कुर्की कर ढहाने की तैयारी में जुटी है. हालांकि पुलिस अतीक हत्याकांड में सीधे तौर पर बाबर का नाम नहीं ले रही है लेकिन माना जा रहा है कि उस पर शिकंजा कसना कहीं न कहीं इस मामले से जुड़ाव की ओर इशारा कर रहा है.
कुछ दिनों पहले प्रयागराज में जब देश का चर्चित अतीक-अशरफ हत्याकांड हुआ तो शूटर्स ने तुर्किए मेड जिस जिगाना पिस्टल से बहुत कम समय में कई राऊंड फायर किए थे, तब ये बात सामने आई कि उस जिगाना पिस्टल को शूटर्स तक पहुंचाने में बाबर का हाथ था. हालांकि कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने इस बात को सिरे से नकार दिया. हां, लेकिन अब कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों ने बाबर की तेजी से तलाश शुरू कर दी है. पुलिस के पास जो रिकार्ड है, उसके मुताबिक बाबर साल 2020 से फरार है. हालांकि, पिछले साल जब शहर के परेड चौराहा पर हिंसा हुई थी, तब बाबर ने मुख्य आरोपियों की मदद की थी इसलिए अब पुलिस कई मामलों में वांछित इस हाईप्रोफाइल अपराधी को पकड़कर जेल भेजना चाहती है.
पुलिस अफसरों का मानना है, कि अगर बाबर पकड़ा गया तो उससे यह राज उगलवाया जाएगा, कि वह किन-किन शहरों या राज्यों में विदेशी असलहों की तस्करी का नेटवर्क बना चुका है. बाबर के बाद, उसके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का काम किया जाएगा. कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से बाबर को गिरफ्तार करने की तैयारी कर ली गई है. अगर बाबर गिरफ्तार नहीं होता है, तो पुलिस उसके घर को ढहाने को लेकर नियमानुसार कार्रवाई करेगी. संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी के मुताबिक बाबर पर कई मुकदमे दर्ज हैं. ऐसे में उसकी गिरफ्तारी के लिए हमने बेकनगंज थाना में दर्ज मुकदमा संख्या 42, 43 व 44 के तहत न्यायालय में कार्रवाई आरंभ कर दी है. गैर जमानती वारंट भी जारी हो गया है. जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा.
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