कांकेर: कांकेर पुलिस ने एक लापता परिवार की गुत्थी सुलझा ली है. एक मार्च को कार में आग लगाकर यह परिवार रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था. उसके बाद से 13 मार्च तक परिवार गायब रहा. फिर 13 मार्च की शाम को पुलिस को पता चला कि यह लापता परिवार अपने घर पखांजूर में है. इस खबर के बाद से पूरे कांकेर में हड़कंप मच गया. पुलिस के मुताबिक आरोपी परिवार ने बीमा की रकम के लिए पूरे परिवार के गायब होने की साजिश रची.
72 लाख की बीमा रकम के लिए साजिश: कांकेर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी परिवार ने बीमा की रकम को हासिल करने के लिए पूरे परिवार के गायब होने का षडयंत्र रचा. करीब 72 लाख रुपये की बीमा राशि के यह पूरी साजिश की गई. 1 मार्च 2023 को कांकेर के चारामा के चावड़ी इलाके में एक जलती हुई कार मिली थी. पुलिस एक मार्च से लगातार इस केस में काम कर रही थी. उसके बाद पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ था कि एक मार्च को ही परिवार धमतरी के एक लॉज में ठहरा था. तब से पुलिस मान रही थी कि लापता सिकदार परिवार सुरक्षित है.
समीरन सिकदार ने कार में खुद लगाई आग, फिर परिवार सहित हो गया लापता: पुलिस ने बताया कि आरोपी समीरन सिकदार ने पूरी प्लानिंग के साथ काम किया है. वह एक मार्च को कांकेर से अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ कार में सवार होकर निकला. फिर वह धमतरी पहुंचा. परिवार के साथ एक लॉज में रुका. परिवार को एक मार्च को ही धमतरी में छोड़कर वह वापस कार से कांकेर के चारामा पहुंचा. कार को पेड़ से टकरा दिया और पेट्रोल डालकर कार में आग लगा दिया. इस आग में सिकदार ने अपने फोन भी डाल दिए. उसके बाद खेत के रास्ते खुद सड़क पर पहुंचा और बस पकड़कर धमतरी के उसी लॉज में आया जहां उसका परिवार ठहरा था.
समीरन सिकदार धमतरी से दो मार्च को परिवार सहित इलाहाबाद गया: समीरन सिकदार धमतरी में एक मार्च को ठहरा फिर धमतरी से दो मार्च को इलाहाबाद के लिए निकल गया. उसके बाद परिवार सहित पटना और गुवाहाटी गया. समीरन सिकदार पुलिस की कार्रवाई पर भी नजर बनाए हुए था. वह अखबारों में खबर पढ़ लेता था और पुलिस के कार्य पर नजर रख रहा था. फिर सिकदार अपने परिवार को लेकर गुवाहाटी से संबलपुर ओडिशा पहुंचा और वहां से टैक्सी के जरिए कांकेर के पखांजूर आया.
सिकदार फैमिली ने इस वजह से की घर वापसी: समीरन सिकदार को जब पता चला कि पुलिस यह मान रही है कि कांकेर का सिकदार परिवार जिंदा है. तो वह पखांजूर अपने घर वापस लौट आया. इस केस में पुलिस ने एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले. कांकेर के पखांजूर से रायपुर तक पुलिस ने करीब नौ लाख से ज्यादा के मोबाइल नंबरों का एनॉलिसिस किया. फिर 45 हजार से ज्यादा मोबाइल नंबरों को शॉर्टलिस्ट कर जांच की. इस जांच में कई तरह के खुलासे के बाद पुलिस को लगा कि सिकदार परिवार जीवित और सुरक्षित है.
फोटो फ्रेम की गुत्थी और धमतरी लॉज का कनेक्शन मिला: सिकदार परिवार ने रायपुर के एक फोटो स्टूडियो में 93 फोटो को प्रिंट करने के लिए दिया था. जिसकी डिलेवरी उसने स्टूडियो से 2 मार्च को ली. इस जानकारी के अलावा धमतरी के लॉज में परिवार के ठहरने की जानकारी ने पुलिस को यकीन दिलाया कि यह परिवार जीवित और सुरक्षित है. धमतरी के लॉज में ठहरने और रायपुर के फोटो फ्रेम की दुकान से फोटो लेने के वाकये ने समीरन सिकदार की साजिश की पोल खोल दी.
बिजनेस में नुकसान के बाद बनाया खतरनाक प्लान: कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि "समीरन सिकदार ने बिजनेस में लगातार हो रहे घाटे के बाद यह प्लान बनाया. बीमा राशि में यह था कि परिवार के सभी सदस्यों की मौत के बाद परिवार के दूसरे सदस्य को 72 लाख की रमक बीमा कंपनी के जरिए मिलेगी. इसी लालच में समीरन सिकदार ने इस खतरनाक साजिश को अंजाम दिया. समीरन सिकदार के कब्जे से पांच लाख से ज्यादा का कैश बरामद किया गया है. इसके साथ ही मोबाइल फोन को जब्त किया गया है जिसका इस्तेमाल वह कर रहा था. समीरन सिकदार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया."