हैदराबाद: गुरु पर्व के दिन पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया. दुनियाभर में इस फैसले को चर्चा और सराहना मिली. लेकिन बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (kangana ranaut) को ये फैसला बिल्कुल रास नहीं आ रहा है. कंगना ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार के फैसले को गलत बताया है. लगे हाथ कंगना ने इंदिरा गांधी को याद किया है, लेकिन उन्होंने जिस अंदाज में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की है उसपर विवाद होना तय है.
कृषि कानून वापस लेने पर क्या बोली कंगना
इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर करते हुए कंगना ने लिखा की अगर धर्म बुराई पर विजय प्राप्त करता है तो उसे पोषण देता है. लेकिन अगर बुराई धर्म पर जीत हासिल करती है तो वो भी बुराई बन जाती है. गलत का साथ देना आपको भी गलत बना देता है. दरअसल कंगना ने एक ट्वीट के जवाब में ये बातें लिखीं थी. कृषि कानून वापस लेने के पक्ष में किए गए इस इस ट्वीट में लिखा है कि 'प्रधानमंत्री की मंशा अच्छी है. वह पग (turban) का सम्मान करते हैं, लेकिन जो ताकतें जमीन पर विरोध कर रहीं थीं. वो इसे अपनी ताकत के सामने आत्मसमर्पण के तौर पर देखेंगी.
कृषि कानून वापस लेने पर कंगना ने क्या कहा था ?
दरअसल कृषि कानून बनने के बाद जबसे किसानों का देशभर में प्रदर्शन हो रहा है, कंगना ने किसानों के खिलाफ मोर्चा खोले रखा. किसान आंदोलन को खालिस्तान और शाहीन बाग से जोड़ने वाले बयानों का वो समर्थन भी करतीं रहीं और खुद भी इस आंदोलन के खिलाफ बयानबाजी करती रहीं हैं. पंजाबी गायकों के किसान आंदोलन को समर्थन देने की बात हो या फिर 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए बवाल की, कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसानों के खिलाफ कंगना लगातार बयानबाजी करती रहीं.
शुक्रवार की सुबह पीएम मोदी ने कृषि कानून वापस लेने का ऐलान कर दिया. इसे किसानों की जीत बताते एक ट्वीट पर कंगना रनौत ने जवाब दिया कि ये दुखद, शर्मनाक और पूरी तरह से अनुचित बताया था. कंगना ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर संसद की जगह सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया है तो ये भी एक जिहादी मुल्क है. उन लोगों को बधाई जो इसे इसी तरह से चाहते थे.
कंगना ने इंदिरा गांधी को भी किया याद
इसके साथ ही कंगना ने कृषि कानून वापस लिए जाने के ऐलान के एक दिन बाद पूर्व प्रधानमंत्री को भी याद किया है. कंगना ने फेसबुक पर इंदिरा गांधी (indira gandhi) की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि 'खालिस्तानी आतंकवादी आज भले ही सरकार का हाथ मरोड़ रहे हों लेकिन उस महिला को मत भूलना, एकमात्र महिला प्रधानमंत्री ने इनको अपनी जूती के नीचे कुचला था. उसने इस देश को कितनी भी तकलीफ दी हो, उसने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए. उनकी मृत्यु के दशक के बाद भी… आज भी उसके नाम से कांपते हैं ये… इनको वैसा ही गुरु चाहिए'
गौरतलब है कि शुक्रवार 19 नवंबर को ही पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती भी थी और इसी दिन गुरुपर्व के मौके पर पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान भी किया था. सरकार के इस फैसले को कंगना पहले ही गलत बता चुकी है, ऐसे में इंदिरा गांधी को लेकर की गई इस पोस्ट पर भी विवाद होना तय है.
यूं ही कंट्रोवर्सी क्वीन नहीं हैं कंगना
दरअसल कंगना रनौत अपने बयानों और सोशल मिडिया पोस्ट को लेकर सुर्खियों में बनीं रहती हैं. बीते एक हफ्ते से तो वो अपने बयानों को लेकर लगभग रोजाना ही सुर्खियों में रहीं. कुछ दिन पहले कंगना रनौत को राष्ट्रपति ने पद्मश्री सम्मान से नवाजा था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कंगना को ये सम्मान देने पर सवाल उठने लगे. इसके बाद कंगना ने एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में '1947 में आजादी भीख में मिली' वाला बयान देकर वो सियासत से लेकर सोशल मीडिया तक पर घिरतीं रही. कंगना ने महात्मा गांधी को लेकर भी विवादित पोस्ट किया और कहा कि थप्पड़ के लिए गाल आगे करने से सिर्फ भीख मिलती है, आजादी नहीं.
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