सोलन: विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर कालका से सोलन तक ट्रैक एक बार फिर शुरू हो गया है. हिमाचल प्रदेश में 20 सितंबर से दो स्पेशल ट्रेनें कालका से सोलन तक चलनी शुरू हो गई हैं. भारी बारिश से ट्रैक क्षतिग्रस्त होने के बाद, ट्रेन कालका से कोटी तक चल रही थी. अब 70 दिन बाद फिर से ट्रैक कालका से सोलन तक शुरू हो गया है और अब यात्री कालका से सोलन तक इस रोमांच भरे सफर का आनंद ले सकते हैं.
जल्द बहाल होगा शिमला तक ट्रैक: आज सुबह सोलन पहुंची ट्रेन में करीब 10-15 यात्री सवार थे. वहीं, उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द से जल्द शिमला तक ट्रैक बहाल कर दिया जाएगा. जिससे हिमाचल की वादियों का सुहाना सफर एक बार फिर शुरू हो जाएगा. हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के बाद कालका शिमला ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसके कारण इस ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई थी.
सफल ट्रायल के बाद ट्रैक शुरू: बता दें कि इससे पहले सोमवार और मंगलवार को रेलवे विभाग ने ट्रैक पर मालगाड़ी को चलाया था. मालगाड़ी के सफल ट्रायल के बाद बोर्ड ने ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है. कालका से कुमारहट्टी तक मालगाड़ी के जरिये ट्रायल किया गया है. यह ट्रेनें जुलाई महीने में हुई बारिश के बाद ट्रैक के खराब होने के बाद से बंद की गई थी.
कालका-सोलन ट्रेन की टाइमिंग: फिलहाल कालका से सोलन तक रेलवे ट्रैक पूरी तरह से बहाल हो चुका है. जानकारी के मुताबिक 04506 नंबर की ट्रेन सुबह 04:30 पर कालका से सोलन के लिए चलेगी और करीब 7:15 बजे ट्रेन सोलन पहुंचेगी. इसके बाद यह ट्रेन सोलन से सुबह 9:10 बजे चलकर 11:55 बजे कालका पहुंचेगी. जबकि दूसरी 04516 नंबर की ट्रेन 12:10 बजे कालका से चलेगी और दोपहर 2:55 बजे सोलन पहुंचेगी. यही ट्रेन फिर शाम को 05:00 बजे सोलन से चलकर शाम को 7:45 बजे कालका पहुंचेगी.
भारी बारिश से ट्रैक क्षतिग्रस्त: गौरतलब है कि जुलाई और अगस्त महीने में हुई भारी बारिश के कारण प्रदेश में बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है. इसी आपदा की जद में विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक भी आया था. जगह-जगह पर लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड के कारण रेलवे ट्रैक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. हालांकि रेलवे विभाग ने जुलाई महीने में बारिश के बाद एहतियात के तौर पर सोलन शिमला तक रेलवे ट्रैक को बहाल कर दिया था, लेकिन अगस्त महीने में दोबारा हुई बारिश से ट्रैक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. जिसे बहाल करने की कोशिशें विभाग द्वारा जारी हैं.
कालका-शिमला रेलवे लाइन: हिमाचल की खूबसूरत वादियों की बात हो और कालका-शिमला रेलवे लाइन की बात न हो ऐसा हो नहीं सकता है. इस रेलवे ट्रैक का जलवा फिल्मी पर्दे से लेकर इतिहास की किताबों तक छाया हुआ है. कालका शिमला रेलवे के निर्माण की शुरुआत ब्रिटिश काल में हुई थी. 96 किलोमीटर तक की दूरी तय करने वाले इस रेलवे ट्रैक पर 800 ब्रिज हैं, जिस पर से ट्रेन गुजरती है.
पहाड़ों पर बना रोमांचक रेलवे ट्रैक: भारत की पहाड़ियों पर बने सबसे खूबसूरत रेलवे ट्रैक में से यह एक है. इसके बनने की शुरुआत 19वीं शताब्दी के मध्य में हुई थी. कालका-शिमला रेलवे लाइन को टॉय ट्रेन लाइन भी कहा जाता है. यहां पर चलने वाली ट्रेन एक घंटे में 22 किलोमीटर का सफर तय करती है. कालका-शिमला रेलवे ट्रैक प्रोजेक्ट साल 1898 में लॉन्च हुआ था, ट्रेन सर्विस की शुरुआत 9 नवंबर 1903 से हुई थी. धर्मपुर में इस रेलवे ट्रैक का सबसे बड़ा पुल है. कालका-शिमला रेलवे लाइन को यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल आर्गेनाईजेशन UNESCO ने साल 2008 में वर्ल्ड हिस्टोरिकल साइट की सूची में शामिल किया गया है. शिमला में स्थित हेरिटेज म्यूजियम में इस पूरे क्षेत्र के इतिहास की झलक दिखाई देती है.
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