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Rajasthan : कोटा के मुकुंदरा में शुरू हुई जंगल सफारी, माला पहनाकर किया गया पर्यटकों का स्वागत

कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को सोमवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया. यहां जंगल सफारी के लिए आए पर्यटकों और जिप्सी चालकों का माला पहनाकर स्वागत किया गया.

Tiger Safari Started in Kota
मुकुंदरा में जंगल सफारी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 9, 2023, 3:35 PM IST

Updated : Oct 9, 2023, 5:21 PM IST

मुकुंदरा में 10 साल बाद फिर से शुरू हुई जंगल सफारी

कोटा. राजस्थान के कोटा में स्थित मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में सोमवार से जंगल सफारी शुरू कर दी गई है. पहले दिन जिप्सी के जरिए कुछ पर्यटकों को मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व का भ्रमण करवाया गया. इसमें पहली बार सवार हुए पर्यटकों और जिप्सी चालकों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया है. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के कार्यवाहक वाइल्ड लाइफ वार्डन बीजो जॉय ने बताया कि सोमवार से सफारी दरा रेंज से शुरू की गई है और आहिस्ते-आहिस्ते अब इसे बढ़ाया जाएगा.

बढ़ाया गया था रिजर्व का एरिया : उन्होंने बताया कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व एरिया को दोगुना करने का फैसला लिया गया था. इसकी अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें 759 वर्ग किमी को 35 फीसदी बढ़ाकर 1134 वर्ग किमी किया गया है. इसमें चित्तौड़गढ़ के भैंसरोडगढ़ वन्य जीव अभ्यारण, कोटा में राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण और बूंदी में चार वन ब्लॉक इसमें शामिल किए गए हैं. इसे वर्तमान टाइगर रिजर्व को दोगुना करने की अधिसूचना जारी की गई थी. बता दें कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को 2013 में डिनोटिफाई किया गया था, जिसके 10 साल बाद यह फिर से शुरू हुई है. वहीं, इसके बाद बने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में 1 साल में ही जंगल सफारी शुरू हो गई थी.

Mukundra Hills Tiger Reserve
पर्यटकों का माला पहनाकर किया गया स्वागत

पढ़ें. Special : रामगढ़ विषधारी एक साल में हुआ आबाद, मुकुंदरा एक दशक बाद भी बराबरी पर नहीं

बाघ-बाघिन की मौत से पीछे गया था रिजर्व : वर्तमान में मुकुंदरा में एक बाघ और एक बाघिन मौजूद है. यहां चार बाघ और दो शावकों की मौत हो चुकी है. अलग-अलग समय पर बाघ, बाघिन और शावकों की मौत के कारण रिजर्व पीछे रह गया. इसी के चलते टाइगर रिजर्व बाद में बने बूंदी के रामगढ़ विषधारी से भी पीछे रह गया. ऐसे में जंगल सफारी शुरू होने का काम भी बड़ा चुनौतीपूर्ण था. उम्मीद जताई जा रही है कि यह प्रदेश का एक अच्छा टाइगर रिजर्व बनकर उभरेगा. वन्य जीव प्रेमियों ने भी इस पर खुशी जताई है. वे चाहते हैं कि लगातार लोगों को जंगल का भ्रमण करवाया जाए. मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में टाइगर के अलावा भी देखने के लिए काफी कुछ है.

ऐसे बुक कर सकते हैं पर्यटक : बीजो जॉय ने बताया कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के बफर जोन में स्वीकृत सावन भादो टूरिज्म रूट में जिप्सी सफारी शुरू हुई है. इसमें प्रथम पारी में 6 सैलानियों ने वनों की सुंदरता का आनंद लिया. ऐसे में सभी पर्यटक जंगल और वन्यजीव का दीदार कर सकते हैं. फिलहाल सावन भादो रूट ही खुला है, जिसमें सफारी का समय सुबह 6.30 से 9.30 और शाम को 3 से 6 बजे रहेगा. बुकिंग के लिए दरा रेंज कार्यालय से संपर्क करना होगा.

मुकुंदरा में 10 साल बाद फिर से शुरू हुई जंगल सफारी

कोटा. राजस्थान के कोटा में स्थित मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में सोमवार से जंगल सफारी शुरू कर दी गई है. पहले दिन जिप्सी के जरिए कुछ पर्यटकों को मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व का भ्रमण करवाया गया. इसमें पहली बार सवार हुए पर्यटकों और जिप्सी चालकों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया है. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के कार्यवाहक वाइल्ड लाइफ वार्डन बीजो जॉय ने बताया कि सोमवार से सफारी दरा रेंज से शुरू की गई है और आहिस्ते-आहिस्ते अब इसे बढ़ाया जाएगा.

बढ़ाया गया था रिजर्व का एरिया : उन्होंने बताया कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व एरिया को दोगुना करने का फैसला लिया गया था. इसकी अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें 759 वर्ग किमी को 35 फीसदी बढ़ाकर 1134 वर्ग किमी किया गया है. इसमें चित्तौड़गढ़ के भैंसरोडगढ़ वन्य जीव अभ्यारण, कोटा में राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण और बूंदी में चार वन ब्लॉक इसमें शामिल किए गए हैं. इसे वर्तमान टाइगर रिजर्व को दोगुना करने की अधिसूचना जारी की गई थी. बता दें कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को 2013 में डिनोटिफाई किया गया था, जिसके 10 साल बाद यह फिर से शुरू हुई है. वहीं, इसके बाद बने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में 1 साल में ही जंगल सफारी शुरू हो गई थी.

Mukundra Hills Tiger Reserve
पर्यटकों का माला पहनाकर किया गया स्वागत

पढ़ें. Special : रामगढ़ विषधारी एक साल में हुआ आबाद, मुकुंदरा एक दशक बाद भी बराबरी पर नहीं

बाघ-बाघिन की मौत से पीछे गया था रिजर्व : वर्तमान में मुकुंदरा में एक बाघ और एक बाघिन मौजूद है. यहां चार बाघ और दो शावकों की मौत हो चुकी है. अलग-अलग समय पर बाघ, बाघिन और शावकों की मौत के कारण रिजर्व पीछे रह गया. इसी के चलते टाइगर रिजर्व बाद में बने बूंदी के रामगढ़ विषधारी से भी पीछे रह गया. ऐसे में जंगल सफारी शुरू होने का काम भी बड़ा चुनौतीपूर्ण था. उम्मीद जताई जा रही है कि यह प्रदेश का एक अच्छा टाइगर रिजर्व बनकर उभरेगा. वन्य जीव प्रेमियों ने भी इस पर खुशी जताई है. वे चाहते हैं कि लगातार लोगों को जंगल का भ्रमण करवाया जाए. मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में टाइगर के अलावा भी देखने के लिए काफी कुछ है.

ऐसे बुक कर सकते हैं पर्यटक : बीजो जॉय ने बताया कि मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के बफर जोन में स्वीकृत सावन भादो टूरिज्म रूट में जिप्सी सफारी शुरू हुई है. इसमें प्रथम पारी में 6 सैलानियों ने वनों की सुंदरता का आनंद लिया. ऐसे में सभी पर्यटक जंगल और वन्यजीव का दीदार कर सकते हैं. फिलहाल सावन भादो रूट ही खुला है, जिसमें सफारी का समय सुबह 6.30 से 9.30 और शाम को 3 से 6 बजे रहेगा. बुकिंग के लिए दरा रेंज कार्यालय से संपर्क करना होगा.

Last Updated : Oct 9, 2023, 5:21 PM IST
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