प्रयागराजः जिले में 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सनसनीखेज अंदाज में पुलिस कस्टडी के दौरान हुए दोहरे हत्याकांड की जांच न्यायिक आयोग को सौंपी गई है. पांच सदस्यों वाली इस न्यायिक जांच कमेटी को 60 दिनों में जांच रिपोर्ट सौंपनी है. अतीक अशरफ की हत्या के बाद मामले की जांच शुरू कर चुके आयोग की जांच अंतिम दौर में पहुंच चुकी है. इसी हफ्ते में न्यायिक जांच आयोग की टीम अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंप सकती हैं.
प्रयागराज में हुए अतीक अहमद और भाई ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ की हत्या की जांच न्यायिक जांच आयोग की टीम कर रही है. जांच टीम पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. पांच सदस्यों वाली न्यायिक जांच कमेटी मौके पर पुलिस कर्मियों के साथ ही कॉल्विन अस्पताल के कर्मचारियों और वारदात के समय मौके पर मौजूद पत्रकारों के भी बयान दर्ज कर चुकी है.
संगम नगरी में हुए माफिया बंधुओं की हत्या के बाद ही सरकार की तरफ से पूरे घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया गया था. बाद में इसी कमेटी में दो और सदस्य बढ़ा दिए गए थे, जिसके बाद पूरे मामले की जांच पांच सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग कर रही है. इस न्यायिक जांच आयोग में इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोसले के साथ ही झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस वीरेंद्र सिंह और जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी के अलावा जिला जज बृजेश कुमार सोनी और रिटायर आईपीएस सुबेश कुमार सिंह भी शामिल हैं.पांच सदस्यों वाली न्यायिक जांच कमेटी पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है.
न्यायिक जांच आयोग की टीम ने अतीक अशरफ की हत्या के वक्त मौके पर मौजूद लोगों से लंबी पूछताछ की. इसमें पुलिस वालों से लेकर पत्रकार और मेडिकल कर्मी तक भी शामिल थे. यही नहीं आयोग ने मौके के सीसीटीवी फुटेज देखकर उस वक्त मौजूद तमाम लोगों की पहचान करवाकर उनसे पूछताछ की है. आयोग ने थाने से लेकर अस्पताल तक लाने ले जाने से जुड़े हर एंगल से सवाल जवाब किए हैं.
न्यायिक जांच आयोग घटना का वीडियो और सीसीटीवी दिखाकर उससे जुड़े कई तरह के सवालों की भी जानकारी ले चुकी है.इसके साथ ही टीम ने घटना के वक्त अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ से कई तरह के सवाल पूछे हैं. इतना ही नहीं न्यायिक जांच आयोग ने अतीक अशरफ की हत्या के समय मौके पर मौजूद कई पत्रकारों से भी सवाल पूछे हैं. टीम ने मीडिया के लोगों से यह भी सवाल पूछा की वे कब से कब तक और कहां से कहां अतीक अशरफ के काफिले के पीछे पीछे चले हैं.
एसआईटी ने दर्ज किए बयान
न्यायिक जांच आयोग से पहले एसआईटी की टीम ने भी पुलिस मेडिकल और पत्रकारों के बयान दर्ज किए थे. बयान के दौरान पुलिस ने मीडिया वालों को घटना का सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया. इसी सीसीटीवी फुटेज को दिखाकर जांच कर रही एसआईटी ने पत्रकारों से कई तरह के सवाल पूछे थे. साथ ही एसआईटी मौके पर मौजूद पत्रकारों को घटना का वीडियो और सीसीटीवी फुटेज दिखाकर वहां मौजूद लोगों की शिनाख्त करने का भी प्रयास कर रही है.
जल्द सौंपी जा सकती है रिपोर्ट
अतीक अशरफ की हत्या के बाद न्यायिक जांच आयोग की टीम पूरे मामले की जांच करने के लिए 20 अप्रैल को पहली बार प्रयागराज पहुंची थी. जहां पर आयोग ने अस्पताल में दोहरे हत्याकांड का सीन रिक्रिएशन भी करवाया था. इसके साथ ही न्यायिक जांच आयोग की टीम अब तक तीन बार लखनऊ से प्रयागराज आकर पूरे मामले की जांच पड़ताल कर चुकी है. इसी के साथ आयोग की टीम ने मामले से जुड़े पुलिस वालों से भी पूछताछ की. इसके साथ ही घटना के वक्त मौके पर मौजूद पुलिस वालों को लखनऊ बुलाकर भी जांच आयोग की टीम ने उनसे पूछताछ की है. इसी के साथ आयोग की जांच अंतिम दौर में पहुंच चुकी है. सबकुछ पूरा हो गया तो इसी हफ्ते न्यायिक जांच आयोग की टीम अतीक अशरफ हत्याकांड की जांच रिपोर्ट शासन को सौंप सकती हैं. हालांकि तय समय में जांच पूरी नहीं हुई होगी और उसमें कुछ कमी रह गई होगी तो उसको पूरा करने के लिए आयोग थोड़ा समय और ले सकता है.
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