सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). राजस्थान में मिशन 2023 फतेह की तैयारी में जुटी भाजपा अब पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है. मंगलवार को सूरतगढ़ पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निशाने पर कांग्रेस और प्रदेश की गहलोत सरकार रही. यहां हुई सभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से झूठ की खेती करते आई है और प्रदेश की गहलोत सरकार भी इसी परंपरा को निभा रही है. सभा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर जुबानी हमला किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस चुनाव में वादे करती है ((Nadda Targeted Gehlot Government in Suratgarh) लेकिन बाद में आम आदमी को भूल जाती है. नड्डा ने कहा कि चुनाव में वादा करके भूल जाना कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है, जिसे कांग्रेस पार्टी वर्षों से निभाती चली आ रही है. इस दौरान नड्डा ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के चुनावी वादे का अनुभव भी साझा किया.
राजस्थान में कांग्रेस का फॉर्मूला 'खुद का साथ खुद का विकास' : बूथ अध्यक्ष संकल्प महोत्सव सभा को संबोधित करते हुए (BJP Booth President Sankalp Mahasammelan) पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी प्रदेश कांग्रेस और गहलोत सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला. राजे ने कहा कि भाजपा कि केंद्र सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के आधार पर काम करती है, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार तो खुद का साथ, खुद का विकास के फॉर्मूले पर चल रही है.
वसुंधरा राजे ने कहा कि आजादी के बाद हमारी पहली सरकार थी, जिसने पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने का काम किया. उन्होंने साल 2008 में हैरिक बैराज के गेटों को दुरुस्त करवा कर पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के अपनी सरकार के प्रयास को भी गिनाया. इस दौरान राजे ने कहा कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार में देश में सर्वोच्च पायदान पर है तो वहीं बेरोजगारी और महिला अत्याचार और दंगों में भी नंबर वन की पोजीशन में है. राजे ने इस दौरान गहलोत सरकार पर पिछली भाजपा सरकार की सभी योजनाएं बंद करने का आरोप लगाया तो साथ ही यह भी कहा कि हमारी सरकार की योजनाएं ही हमारा अस्त्र-शस्त्र और हथियार हैं. राजे ने इस दौरान कहा कि आने वाले दिनों में भाजपा गुजरात, हिमाचल और उसके बाद कर्नाटक और फिर राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में भी ऐतिहासिक बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.
पूनिया ने दिलाया जीत का विश्वास : सभा को संबोधित करते हुए (BJP Mission 2023) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जेपी नड्डा को विश्वास दिलाया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में राजस्थान में भाजपा का कमल खिलेगा, साथ ही बीकानेर संभाग की सभी 24 सीटें जीतकर प्रदेश में प्रचंड बहुमत की भाजपा सरकार भी बनाएंगे. पूनिया ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता इस काम में पूरी ताकत से जुटे हैं.
नड्डा के साथ-साथ रहे राजे और पूनिया : जेपी नड्डा के सूरतगढ़ आगमन के साथ ही हुए तमाम कार्यक्रमों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया नाड्डा के साथ-साथ रहे. मंच पर भी एक तरफ वसुंधरा राजे तो दूसरी तरफ सतीश पूनिया रहे. जेपी नड्डा ने अपने अंदाज में पार्टी के तमाम नेताओं को एकजुटता का संदेश दिया. कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी भारती बेन शियाल, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी के साथ ही प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और सांसद निहालचंद मेघवाल समेत बीकानेर संभाग से जुड़े पार्टी के हजारों कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे.
और क्या कहा नड्डा ने : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बूथ किसी भी राजनैतिक दल का उद्भव स्थान है. बूथ मजबूत होगा तो कोई भी पार्टी आसानी से सत्ता पा सकती है और भारतीय जनता पार्टी अपने बूथ लेवल को मजबूती प्रदान करने के लिए पुरजोर कोशिश में जुटी है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा धर्म, संप्रदाय और लोगों को लड़ाकर सत्ता हासिल करने का प्रयास किया, जो अब मतदाताओं के जागरूक होने के बाद सफल नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत का उद्भव हुआ है और इसी का परिणाम है कि पूरे विश्व में मोदी जी का ही नहीं, बल्कि भारत का डंका बज रहा है.
वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए नड्ढा ने कहा कि यूक्रेन से किसी भी देश के नागरिकों को बाहर नहीं निकाला जा सका, लेकिन नरेंद्र मोदी की कार्यकुशलता की वजह से न केवल यूक्रेन में भारतीय छात्रों को लाने के लिए युद्ध रोका गया, बल्कि करीब हजारों भारतीयों को सुरक्षित भारत लाया गया. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, भारत की शक्ति का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अन्य देशों के लोग भी भारत का झंडा लेकर वहां से सुरक्षित निकलने में सफल रहे.