हैदराबाद : प्रमुख बहुपक्षीय विकास बैंकों (MBDS) द्वारा प्रतिबद्ध निम्न और मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्थाओं के लिए जलवायु वित्त बढ़कर 38 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया. इसके अलावा, विकसित देशों पर केंद्रित एमडीबी द्वारा 28 अरब डॉलर उच्च आय वाले देशों के लिए प्रतिबद्ध थे.
इसका खुलासा 30 जून को प्रकाशित बहुपक्षीय विकास बैंकों के जलवायु वित्त पर 2020 की संयुक्त रिपोर्ट से हुआ है.
हालांकि विश्व बैंक समूह विकासशील देशों के लिए इस जलवायु वित्त के आधे से अधिक दो तिहाई व जलवायु अनुकूलन वित्त के लिए जिम्मेदार है. वहीं पिछले पांच वर्षों में, विश्व बैंक समूह ने 2020 में रिकॉर्ड 21.4 बिलियन डॉलर सहित जलवायु वित्त में $83 बिलियन से अधिक का वितरण किया है.
वहीं परिणामों में कम कार्बन और नवीकरणीय ऊर्जा में 48 GW से अधिक शामिल हैं, जो व्यवसायों और समुदायों को फलने-फूलने में मदद करने के साथ-साथ देशों को आपदा जोखिमों को कम करने, लोगों, बुनियादी ढांचे और अर्थव्यवस्थाओं में लचीलापन बनाने में मदद करते हैं.
भारत को लेकर एमडीबी के जलवायु वित्त पर एक नजर