पिथौरागढ़: उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ में भारतीय सेना और उज्बेकिस्तान सेना के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू हो गया है. 15 दिन तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों को 90 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं. दोनों देशों के सैनिक 15 दिनों तक युद्ध तकनीक के साथ ही अपने हुनर को एक-दूसरे के साथ साझा करेंगे.
इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान दोनों देशों की सैन्य टुकड़ियां पहाड़ी और शहरी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने का अभ्यास करेंगी. इससे पहले वर्ष 2019 में पिथौरागढ़ में भारत और कजाकिस्तान का संयुक्त सैन्य अभ्यास हुआ था. उज्बेकिस्तान सेना का प्रतिनिधित्व उज्बेकिस्तान सेना के उत्तर पश्चिमी सैन्य जिलों के सैनिकों द्वारा किया जा रहा है. जबकि भारतीय दल का प्रतिनिधित्व पश्चिमी कमान की 14वीं बटालियन द गढ़वाल राइफल्स द्वारा किया जा रहा है. दोनों देश के 45-45 सैनिक पिथौरागढ़ में युद्धाभ्यास कर रहे हैं.
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भारत-उज्बेकिस्तान संयुक्त प्रशिक्षण पूर्व DUSTLIK 2023 का चौथा संस्करण पिथौरागढ़ में चल रहा है. लेफ्टिनेंट कर्नल अमित कुमार डिमरी के नेतृत्व में गढ़वाल राइफल्स की 14वीं बटालियन के प्रत्येक 45 कर्मियों द्वारा भारतीय सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व किया गया और लेफ्टिनेंट कर्नल शेरजोद गुफरोव के नेतृत्व में उज्बेकिस्तान सेना के उत्तर पश्चिमी सैन्य जिले की 53008 मोटराइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट। समारोह को ब्रिगेडियर मयंक वैद, कमांडर 32 इन्फैंट्री ब्रिगेड और लेफ्टिनेंट कर्नल शौकत झोन सोरमोनकुलोउ, रक्षा मंत्रालय के अधिकारी और उज्बेकिस्तान प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने संबोधित किया है.