रांचीः पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की निशानदेही पर एनआईए ने खूंटी, सिमडेगा और गुमला में छिपा कर रखे गए भारी मात्रा में कारतूस, विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं. एनआईए ने दो दिनों के अभियान में बरामद विस्फोटक, कारतूस और हथियारों के बारे में जानकारी दी है.
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दो दिनों तक चला था अभियानः एनआईए ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर भारी मात्रा में कारतूस, विस्फोटक और कुछ हथियार बरामद किए हैं. एनआईए ने बताया है कि दिनेश की निशानदेही पर झारखंड पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान चलाया गया था. दो दिनों के अभियान के बाद भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार, कारतूस, जिलेटिन समेत अन्य चीजें बरामद की गई हैं.
खूंटी, सिमडेगा और गुमला से कारतूस और हथियार बरामदः एनआईए के अनुसार दिनेश गोप की निशानदेही पर समूचे जखीरे की बरामदगी खूंटी, सिमडेगा और गुमला जिले से हुई है. 21 मई को एनआईए ने आरसी 2/2018 नई दिल्ली के केस में दिनेश गोप को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसे आठ दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी. पूछताछ में मिली जानकारी के बाद हथियारों का जखीरा और विस्फोटक बरामद किया गया है.
क्या-क्या हुआ बरामदः एनआईए ने बताया है कि अभियान के पहले दिन सोमवार को खूंटी के रनिया प्रखंड के झरिया टोली से 62.3 किलोग्राम जिलेटिन, 5.56 एमएम की 732 राउंड कारतूस बरामद किया गया था. उसी दिन गुमला के कामडारा प्रखंड के किसनी गांव से एक पिस्टल, 5.56 एमएम की 11 कारतसू, प्वाइंट 303 की 30 कारतूस बरामद किया गया था. वहीं दूसरे दिन सिमडेगा के महुआबगान से दो आईईडी एनआईए ने बरामद की है. इससे पहले 26 मई को दिनेश गोप की निशानदेही पर 7.62 एमएम की 1245 राउंड और 5.56 एमएम की 271 कारतूस बरामद की गई थी.
एटीएस दिनेश गोप को लेगा रिमांड परः गौरतलब है कि आठ दिनों तक पूछताछ के बाद एनआईए ने पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को अदालत में मंगलवार को पेश किया गया था. जिसके बाद दिनेश को न्यायिक हिरासत में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया था. एनआईए के बाद अब झारखंड एटीएस की टीम भी दिनेश गोप से पूछताछ करेगी. इसके लिए जल्द एटीएस अदालत में दिनेश के रिमांड के लिए आवेदन देगी.