नई दिल्ली : शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की पहली महिला कुलपति होंगी, शिक्षा मंत्रालय (एमओई) ने उन्हें सोमवार को इस शीर्ष पद पर नियुक्त किया. इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय के द्वारा ऑर्डर जारी कर दिया है. इसी के साथ ही ईटीवी भारत की खबर की भी पुष्टि हो गई है. ईटीवी भारत ने पिछले दिनों ही बता दिया था कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार कोई महिला कुलपति बन सकती हैं.
बता दें कि प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित फिलहाल महाराष्ट्र के पुणे यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर कार्यरत हैं. शिक्षा मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक उनका कार्यकाल पांच वर्ष का होगा. प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से एमफिल और पीएचडी किया है. जहां पर उन्होंने एमफिल में विश्वविद्यालय में पहला स्थान हासिल किया था. वहीं प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित के कुलपति बनने को लेकर कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने शुभकामनाएं दी हैं.
सहायक प्राध्यापक ने जताई खुशी
महाराष्ट्र में प्रोफेसर शांतिश्री पंडित के सहायक प्राध्यापक मंगेश कुलकर्णी ने जेएनयू वीसी बनने पर खुशी जाहिर की है. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रोफेसर मंगेश कुलकर्णी ने कहा कि प्रोफेसर पंडित एक शिक्षक के रूप में काफी लोकप्रिय रही हैं. उन्होंने कहा कि कई पीढ़ियां प्रोफेसर पंडित से पढ़ी हैं. उन्होंने बताया कि अंग्रेजी भाषा के अलावा मराठी भाषा पर भी उनका अद्भुत अधिकार है. प्रोफेसर मंगेश सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी, महाराष्ट्र में राज्यशास्त्र विभाग के प्रमुख हैं. उन्होंने बताया कि जेएनयू से प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी का पुराना संबंध रहा है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2021 को खत्म हो गया था. शिक्षा मंत्रालय के द्वारा उनकी नियुक्ति तक पद पर बने रहने का 23 जनवरी 2021 को एक ऑर्डर जारी किया था.
मालूम हो कि 27 अक्टूबर 2020 को कुलपति पद के लिए आवेदन मांगे गए थे. इसके अलावा मंत्रालय की ओर से एक साल बाद फिर से दो अक्टूबर 2021 को जेएनयू के कुलपति के लिए दोबारा आवेदन मांगे गए थे. आवेदन करने की आखिरी तारीख 11 अक्टूबर निर्धारित की गई थी. वहीं अब प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया गया है.
पढ़ें: JNU : जल्द खत्म हो सकती है VC की तलाश, पहली बार कोई महिला बन सकती है कुलपति
पंडित ने अपने शिक्षण करियर की शुरुआत 1988 में गोवा विश्वविद्यालय से की और 1993 में पुणे विश्वविद्यालय चली गईं. उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक निकायों में प्रशासनिक पदों पर कार्य किया है. वह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) की सदस्य और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए विज़िटर द्वारा नामांकित भी रही हैं.
गौरतलब है कि वर्तमान जेएनयू कुलपति प्रोफेसर जगदीश कुमार को यूजीसी चेयरमैन बनाया गया है. जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार (JNU Vice Chancellor Jagdesh Kumar) का कार्यकाल विवादों से भरा रहा था. पिछले साल अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह वर्तमान में कार्यवाहक कुलपति के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं.
(एजेंसी इनपुट)