कोलकाता : पश्चिम बंगाल पुलिस को संदेह है कि राज्य में हाल के दिनों में पैदा हुई अशांति के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) का हाथ है. माना जा रहा है कि उलुबेरिया, पंचला, सालोप, मुर्शिदाबाद और नादिया में दो समूहों के बीच छिटपुट अशांति के पीछे जेएमबी की स्लिपर सेल है. दरअसल हाल के दिनों में हावड़ा-उलुबेरिया अनुमंडल और मुर्शिदाबाद जिले के कुछ हिस्सों में कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है.
हावड़ा में हाल ही में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बाद सीआईडी और राज्य पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स के सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुछ महीने पहले जमात-उल-मुजाहिदीन के कई फ्रंटलाइन नेताओं ने हावड़ा-उलुबेरिया सब-डिवीजन के कई इलाकों में दिन गुजारे थे. हालांकि, जांच पर असर न पड़े इसके लिए उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि ये लोग इलाके में कहां और किसके साथ रहे.
पुलिस का मानना है कि बांग्लादेश के कई प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों के स्लीपर सेल उलुबेरिया, पंचला, डोमजूर, सलप, मुर्शिदाबाद और हावड़ा के नादिया में सक्रिय हैं. बीजेपी की पूर्व नेता नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर हाल ही में बंगाल के कई जिलों में अशांति फैल गई थी. हावड़ा और मुर्शिदाबाद समेत कई जगहों पर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी.
नतीजा यह हुआ कि राज्य सचिवालय ने आनन-फानन में हावड़ा के पुलिस आयुक्त सी सुधाकर और हावड़ा रूरल की पुलिस अधीक्षक सौम्या रॉय को हटा दिया. सुधाकर की जगह प्रवीण कुमार त्रिपाठी और सौम्या की जगह साथी भंगालिया ने कार्यभार संभाला. सूत्रों के मुताबिक, पिछले एक महीने से राज्य में कई जगहों पर स्लीपर सेल एक्टिव है.
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