हरिद्वार: शिया वक्फ बोर्ड उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (Jitendra Narayan Singh Tyagi) ने गंगा दशहरा (ganga dussehra) के पावन पर्व पर हरिद्वार में गंगा नदी में स्नान किया. इस दौरान उनके साथ शाम्भवी धाम पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप (Shambhavi Dham Peethadheeshwar Swami Anand Swaroop) भी मौजूद रहे. जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने गंगा स्नान के बाद मां गंगा की पूजा अर्चना भी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका सिर्फ एक मकसद है. हमेशा सनातन धर्म की रक्षा करूं और सनातन धर्म की सेवा करूं.
जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी ने कहा कि आज के समय के मुताबिक, सबसे बड़ी जरूरत हिंदुओं को संगठित करना है. इसी के साथ ही हिंदुओं के लिए अच्छे विचार और सुझाव रखे जाने चाहिए. इसके अलावा अपने संन्यास लेने पर उन्होंने कहा सबसे पहले व्यक्ति को मनुष्य बनना बहुत जरूरी है. उसके बाद यह समझना कि वह किस मकसद के साथ इस दुनिया में आया है. वहीं, स्वामी आनंद स्वरूप ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के संन्यास के बारे में कहा कि अभी वह किस अखाड़े में जाएंगे और कौन उनको संन्यास दिलाएगा, यह सब चर्चाएं चल रही हैं.
गौरतलब है कि धर्मनगरी के वेद निकेतन में आयोजित धर्मसंसद में अमर्यादित भाषणों के मामले में शिया वक्फ बोर्ड यूपी के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जेल भेजे गए थे. उन्हें सुप्रीम कोर्ट से अंतरित जमानत मिली और जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने शाम्भवी पीठाधीश्वर एवं शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप से संन्यास लेने की इच्छा जताई थी. इसके बाद शाम्भवी पीठाधीश्वर के साथ वह संतों से मुलाकात करने के लिए भी पहुंचे थे.
जल्द लेंगे संन्यासः जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने के बाद उनके संन्यास लेने की तैयारियों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. संन्यास प्रक्रिया में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही केंद्र के अन्य बड़े नेता व दूसरे प्रदेशों के संत भी मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री से संन्यास प्रक्रिया कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तारीख मिलने का इंतजार किया जा रहा है. संन्यास के बाद जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी का नाम कृष्णानंद भारती होगा.