सिमडेगा : झारखंड में संजू प्रधान मॉब लिंचिंग (mob lynching in simdega) मामले के बाद सिहरन पैदा करने वाली एक और घटना सामने आई है. मामला सिमडेगा के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र का है. वृद्ध महिला को जिंदा जलाकर मारने का प्रयास किया गया है. महिला का शरीर बुरी तरह जल चुका है. सूचना मिलने पर ठेठईटांगर पुलिस ने आनन-फानन में पीड़िता को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. आग में झुलसी महिला की पहचान झरियो देवी के रूप में हुई है.
घायल महिला की बहू ने बताया कि गांव में उन लोगों के दो घर हैं. एक में उसके सास-ससुर रहते हैं, दूसरे में वो अपने पति और बच्चों के साथ रहती है. बुधवार शाम उसके सास-ससुर को कुछ लोग स्थानीय निवासी फ्लोरेंस डुंगडुंग के घर आमंत्रित करने आए थे. फ्लोरेंस के घर उसकी पत्नी की मृत्यु के बाद भोज का आयोजन था. फ्लोरेंस डुंगडुंग के घर पहुंचने के कुछ घंटे बाद फ्लोरेंस ने झरियो देवी पर डायन बिसाही का आरोप लगाया. इसके बाद मौके पर मौजूद 8-10 लोगों ने झरियो देवी के साथ मारपीट की.
केरोसिन तेल डालकर जलाया
मारपीट करने के बाद लोगों ने झरियो को पुआल के ढेर में पटक दिया और केरोसिन छिड़क कर आग लगा दी. मौके पर मौजूद महिला के पति को भी पीटा गया. आग लगने के बाद हुए शोर-शराबे को सुनकर कुछ स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे, जिन्होंने आग पर कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया.
5 आरोपी गिरफ्तार
सिमडेगा के ठेठईटांगर में महिला को जलाने के मामले में ठेठईटांगर थाना प्रभारी इंद्रेश कुमार ने बताया कि 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें एक महिला भी शामिल है. आरोपियों में फ्लोरेंस डुंगडुंग, सिलबियस डुंगडुंग, रवि सोरेंग, हेमंत टेटे और ज्योति टेटे शामिल हैं. थाना प्रभारी ने बताया कि झरियो देवी अपने पति के साथ मृत्यु भोज में शामिल होने फ्लोरेंस डुंगडुंग के घर गई हुई थी. इसी दौरान कुछ लोगों द्वारा डायन बिसाही का आरोप लगाकर वृद्धा झरियो को जलाने की कोशिश की.
पुलिस के पहुंचने तक जला शरीर
थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन तब तक वृद्धा झरियो का शरीर काफी जल चुका था. उन्होंने बताया कि इलाज के लिए महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
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घटना के 4 घंटे बाद पहुंची पुलिस
डायन बिसाही के आरोप में झरियो देवी को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश के मामले में झरियो देवी के बेटे वीरेंद्र बड़ाईक और उसकी पत्नी का कहना है कि पुलिस काफी देर से मौके पर पहुंची. दोनों ने बताया कि बुधवार रात करीब 9:00 बजे झरियो देवी को लेकर वे किसी तरह सदर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि वारदात के घंटों बाद भी पुलिस मामले से अनभिज्ञ थी. ठेठईटांगर पुलिस रात करीब 12 बजे घटनास्थल पर पहुंची. बेटे का कहना है कि स्थानीय लोगों की मदद से आग पर बड़ी मुश्किल से काबू पाया गया. लेकिन मां काफी जल चुकी थी. उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल मां को लेकर वे काफी मुश्किल से सिमडेगा सदर अस्पताल पहुंचे, लेकिन सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि सिमडेगा में बर्न वार्ड का इंतजाम न होने के कारण जले हुए लोगों का इलाज नहीं हो पाता है. पीड़िता को रांची रिम्स रेफर किया गया है.