देहरादून : उत्तराखंड के झबरेड़ा से भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल और क्षेत्रीय ग्रामीणों के बीच तीखी नोक-झोंक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विधायक कर्णवाल ने सफाई दी है. कर्णवाल ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि एक सोची-समझी साजिश के तहत उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया और उनके साथ बदसलूकी की गई. जबकि मेरे कार्यकाल में क्षेत्र में कई विकास कार्य हुए हैं.
विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि एक सोची-समझी साजिश के तहत मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा गया. उन्होंने अपनी ही पार्टी के झबरेड़ा नगर पंचायत अध्यक्ष मानवेंद्र चौधरी पर आरोप लगाते हुए ऐसा न करने की नसीहत दी. देशराज ने घटना को दुखद और निंदनीय बताते हुए कहा कि गांव पहुंचने पर पहले से ही प्लानिंग के तहत कुछ लोग वीडियो बना रहे थे. कुछ लोगों ने उनके साथ बदसलूकी भी की.
देशराज ने बताया कि उनसे नाली सफाई और नाली निर्माण की बात कही गई, जबकि नाली सफाई का कार्य नगर पंचायत का होता है. विधायक देशराज ने कहा कि उनके कार्यकाल में जितना काम हुआ, उतना पिछले 35 सालों में भी नहीं हुआ.
क्या है मामला
बुधवार को झबरेड़ा से बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल भक्तोंवाली गांव दौरे पर गए थे. विधायक कर्णवाल भक्तोंवाली गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान विधायक अपने विकास कार्यों का बखान करने लगे, तभी ग्रामीण भड़क गए. ग्रामीणों ने कहा कि विधायक ने इस गांव में एक भी विकास कार्य नहीं कराया है, वे सिर्फ यहां फोटो खिंचवाने आते हैं.
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वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
एक ग्रामीण ने तो विधायक को यहां तक कह दिया कि वह लोग सिर्फ विधायक पद की गरिमा का सम्मान कर रहे हैं, वरना आप लट्ठ से पिटने लायक आदमी हो और आज के बाद गांव में वोट मांगने नहीं आ जाना. तुम सिर्फ फेसबुक के नेता हो और तुम्हारे बस का कुछ नहीं. विधायक पद से हटने के बाद अगर देशराज कर्णवाल गांव में वोट मांगने घुसे, तो उन्हें घुसने नहीं दिया जाएगा. विधायक की फजीहत वाला ये विडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. ग्रामीणों से खरी खोटी सुनने के बाद विधायक देशराज कर्णवाल वहां से चलते बने.