कोटा. इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के आवेदन में हो रही त्रुटियों में करेक्शन से कई विद्यार्थी परेशान हैं. आलम ये है कि कई विद्यार्थी जेईई-मेन जनवरी परीक्षा में शामिल होने से वंचित हो सकते हैं, क्योंकि इनकी जमा कराई गई फीस तकनीकी कारणों से रिफंड हो गई है. इसको लेकर कोटा के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट्स का कहना है कि जेईई-मेन आवेदन के दौरान कई चरणों में विद्यार्थियों से शुल्क लिए गए. उसके बाद कर्न्फेशन पेज जारी कर दिया गया. इससे विद्यार्थी आश्वस्त थे कि उसकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो गई है.
विद्यार्थियों की पढ़ी टेंशन : इधर, आवेदन की डेट निकलने के बाद जब एनटीए ने करेक्शन विंडो ओपन की तो कई विद्यार्थी ऐसे सामने आ गए, जिनके पास कर्न्फेमेशन पेज होने के बावजूद भी उनका आवेदन शुल्क जमा नहीं हुआ है. ऐसे में अब अंतिम तिथि निकलने के बाद वे दोबारा आवेदन शुल्क भी जमा नहीं कर पा रहे हैं. इन विद्यार्थियों का कहना है कि एनटीए की तरफ से इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई और न ही उन्हें कोई ई-मेल ही मिला.
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गंवाया परीक्षा देने का अवसर : अधिकांश केस में ऐसा हुआ है कि शुल्क जमा होने के बाद एनटीए की ओर से शुल्क लौटा दिया या फिर तकनीकी खामी के चलते पैसे रिफंड हो गए. हालांकि, इसके बारे में विद्यार्थियों को कुछ पता नहीं चला. विद्यार्थियों ने ई-मित्र केन्द्र, कम्प्यूटर सेंटर या किसी अन्य व्यक्ति के सहयोग से आवेदन का शुल्क जमा करवाया था. कन्फर्मेशन पेज आने के बाद विद्यार्थी निश्चिंत हो गए थे, लेकिन दो-चार दिन बाद इन विद्यार्थियों का शुल्क उसी अकाउंट में वापस कर दिया गया, लेकिन विद्यार्थियों के नम्बर पर इसकी कोई जानकारी नहीं आई. ऐसे में कई विद्यार्थी परीक्षा देने का अवसर भी गंवा चुके हैं.
असमंजस में विद्यार्थी : अब करेक्शन के दौरान जब ये स्थितियां सामने आ रही है तो विद्यार्थी परेशान हैं, क्योंकि उनके पास फीस भुगतान का कोई समय नहीं है. इस संबंध में विद्यार्थी एनटीए से संपर्क भी कर रहे हैं. फोन व ई-मेल के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन एनटीए की तरफ से कोई बातचीत नहीं हो पा रही है. ऐसे विद्यार्थी असमंजस में पड़ गए हैं. आपको बता दें कि इस साल जेईई-मेन के इतिहास में सर्वाधिक 14 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन किया है.
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1 फरवरी तक जेईई-मेन व 2 को बिहार बोर्ड के मैथ्स का पेपर : जेईई-मेन जनवरी सेशन में एक ओर समस्या सामने आ रही है. बिहार बोर्ड की परीक्षा 1 फरवरी से शुरू हो रही है और जेईई-मेन की परीक्षा 1 फरवरी तक चलेगी. हालांकि, बिहार बोर्ड में पहला पेपर बायोलॉजी का है, लेकिन दूसरा पेपर 2 फरवरी को मैथ्स का है. ऐसे में वे विद्यार्थी जिन्होंने जेईई-मेन और बोर्ड की परीक्षा के लिए अलग-अलग राज्य का चयन किया है, वे परेशान हैं.
विद्यार्थियों का कहना है कि 1 फरवरी तक जेईई-मेन देने के बाद 2 फरवरी को अधिकांश विद्यार्थी मैथ्स का पेपर भी देंगे और जेईई-मेन परीक्षा के आवेदन पूर्व में किए जा चुके हैं. इनमें उन्होंने बिहार के बाहर के राज्य के परीक्षा शहरों का चुनाव किया है. साथ ही जेईई-मेन आवेदन में करेक्शन के दौरान परीक्षा राज्य को बदलने का अवसर नहीं दिया गया. ऐसे में ये विद्यार्थी असमंजस में हैं कि दोनों परीक्षा के मध्य कैसे सामंजस्य बैठाएं.