जम्मू : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता वकार एच भट्टी (social activist Waqar H Bhatti) को गिरफ्तार किया है. उन पर शिवलिंग से जुड़ा ट्विट कर कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है. उनके ट्विट को हटा दिया गया है. सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'उनके उस ट्विट के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची.'
सोशल मीडिया पर यूजर्स की प्रतिक्रिया के जवाब में भट्टी ने सफाई दी थी. उन्होंने ट्विट किया था कि 'मैंने किसी धर्म को निशाना नहीं बनाया और जब मामला अदालत में है तो मुझे क्यों निशाना बनाना चाहिए.' कुछ दिनों पहले, दिल्ली विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल को वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में एक 'शिवलिंग' के दावे पर अपने कथित आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया था. एक दिन बाद उन्हें जमानत मिल गई थी.
16 मई को वाराणसी की एक स्थानीय अदालत ने जिला प्रशासन को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में एक जगह को सील करने का निर्देश दिया था. हिंदू याचिकाकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों ने दावा किया है कि अदालत के निर्देश पर कराए गए वीडियोग्राफी सर्वेक्षण के दौरान एक शिवलिंग मिला है. हालांकि मस्जिद प्रबंधन समिति के प्रवक्ता ने इस दावे को खारिज कर दिया. एक टेलीविजन चैनल को उन्होंने बताया कि वह 'फव्वारा' का हिस्सा था. हालांकि शीर्ष अदालत ने वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट को ज्ञानवापी-शृंगार गौरी परिसर के अंदर इस क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था.
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(PTI)