श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत का मामला सामने आया है. ये घटना श्रीनगर के नौगाम थाने की है. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि एक कथित चोरी के मामले में युवक को घर से उठा ले गई थी. लेकिन जेल में उसे प्रताड़ित करने की वजह से उसकी हिरासत में कथित रूप से मौत हो गई. इस आरोप के बाद नौगाम थाने के एक अधिकारी निलंबित कर दिया गया है.
पुलिस ने कहा कि मौत का कारण जानने के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत जांच की कार्यवाही शुरू की गई है. शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है. इस मामले की औपचारिक जांच शुरू कर दी गई है और नौगाम थाने के एक अधिकारी (जिनके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को गड़बड़ी का संदेह है) को निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए निलंबित कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर पुलिस ने नौ जुलाई को श्रीनगर के नाटीपोरा के 21 वर्षीय युवक मुस्लिम मुनीर लोन को चोरी के एक मामले में उसकी कथित संलिप्तता को लेकर हिरासत में लिया था. परिजनों के मुताबिक, शनिवार को नौगाम पुलिस की एक टीम नाटीपोरा इलाके में उनके घर आई थी. उन्होंने परिजनों को बताया कि चोरी के मामले में जांच की जा रही है, उसे जल्द छोड़ दिया जाएगा. मृतक की मां और चचेरे भाई ने कहा, "पुलिस ने अचेत अवस्था में मुनीर को हमें सौंप दिया और जब हम उसे पास के अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया." उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे को थाने में प्रताड़ित किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
इधर, पुलिस का कहना है कि पुलिस ने एक चोरी के मामले में संलिप्तता के आरोप में मुनीर लोन को नौगाम थाने में तलब किया गया था. उनके पास सीसीटीवी फुटेज भी है, जिसमें नौगाम-नाटीपोरा इलाके में दो लोगों को स्कूटी की चोरी करते देखा गया था. नौगाम थाने में मामला दर्ज होने के बाद मुनीर पर कार्रवाई हुई. पुलिस ने कहा, "हालांकि, मुनीर को ड्रग्स की लत थी. उससे पूछताछ के बाद सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर उसे उसके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया था. बाद में यह पता चला कि शाम को लगभग पांच बजे उसकी मृत्यु हो गई."
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह अत्यंत दुखद है. हिरासत में एक युवक की कथित मौत का कारण बाद में उसे ड्रग एडिक्ट होना बताया गया, जबकि इन आरोपों का सच से कोई लेना देना नहीं था. उन्होंने ट्वीट किया, "हाइब्रिड, सफेदपोश उग्रवादी, ओजीडब्ल्यू और अब नशे के आदी लोग इन हत्याओं को सही ठहराने के लिए पर्याप्त कारण हैं."