भद्रवाह/जम्मू : जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में पिछले महीने एक कार के चेनाब नदी में गिर जाने के बाद मृत मान लिए गए एक दंपति और उनकी छह साल की बेटी 20 दिन बाद हरियाणा में जीवित पाए गए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मनजीत सिंह ने अपना कर्ज चुकाने से बचने के लिए हादसे का नाटक रचा था, लेकिन फिल्मी स्टाइल वाली उसकी इस हरकत को पुलिस ने बेनकाब कर दिया और उसे हरियाणा के पंचकूला में ढूंढ निकाला. अधिकारी ने कहा कि पुलिस उसे कानून का सामना करने के लिए वापस यहां लेकर आई है.
अधिकारी ने बताया कि 20 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि 31 वर्षीय सिंह जब अपनी पत्नी एवं बेटी के साथ भद्रवाह से जम्मू जा रहे थे, तो डोडा जिले में गाडसू के समीप उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई और तीनों लापता हो गए.
उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस एवं नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बचाव अभियान का निरीक्षण करने के लिए तत्काल दुर्घटनास्थल पर गए. उनके अनुसार, जहां कार नदी में लुढक गई थी, वहां पुलिस टीम को सिंह के दो पहचान पत्र, एक ड्राइविंग लाइसेंस, एक ई-श्रमकार्ड और एक पर्स मिला.
चेनाब नदी में कार मिली, शव बरामद न होने पर हुआ शक : अधिकारी के मुताबिक, चेनाब नदी से कार मिल गई, लेकिन एसडीआरएफ टीम समेत बचावकर्मियों को कई दिनों तक अभियान चलाने के बाद भी शव या बैग नहीं मिले. उन्होंने कहा कि तब पुलिस लापता परिवार की वित्तीय स्थिति जैसे अन्य पहलुओं को खंगालने लगी और जांच के दौरान पता चला कि सिंह ने अपना कारोबार खड़ा करने के लिए विभिन्न बैंकों एवं निजी ऋणदाताओं से 30 लाख रुपये कर्ज के तौर पर लिए थे.
उन्होंने बताया कि तब पुलिस को संदेह हुआ और डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अब्दुल कयूम ने लापता परिवार का पता लगाने के लिए एक विशेष टीम बनाई. अधिकारी ने बताया कि हरियाणा पुलिस की मदद से इस परिवार को पंचकूला के अभयपुरा गांव से ढूंढा गया और उन्हें डोडा वापस लाया गया. उन्होंने कहा कि सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है.
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