श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही लक्षित हत्याओं के बीच पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. मीडिया से बात करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस सुप्रीमो ने पूछा कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 और 25A के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति और शांति कहां थी, जिसके बारे में दावा किया जाता है.
उन्होंने कहा कि कितने पुलिसकर्मी मारे गए हैं, पंडित और मुसलमान मारे गए हैं, और फिर भी वे कहते रहते हैं कि यहां सामान्य स्थिति है, यहां शांति है. कल अगर राजनेताओं की हत्या शुरू हो गई, तो फिर क्या करेंगे. हम उन हत्याओं को क्या कहेंगे. केवल बातों से कुछ भी साबित नहीं होता है, उन्हें एक ऐसा तरीका खोजना होगा, जिससे वे घाटी के लोगों का दिल जीत सकें और उनका भरोसा प्राप्त कर सकें.
बता दें कि मई के महीने में दूसरी बार किसी गैर-मुस्लिम की हत्या की गई है. 12 मई को राहुल भट की बडगाम जिले की चदूरा तहसील में तहसीलदार कार्यालय के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मई महीने के दौरान कश्मीर में लोगों को निशाना बनाकर हत्या करने के सात मामले सामने आए हैं. इनमें से चार नागरिक और तीन पुलिसकर्मी थे, जो ड्यूटी पर तैनात नहीं थे. वहीं, अब कुलगाम जिले के गोपालपोरा इलाके में हाई स्कूल की एक शिक्षिका को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी.