नई दिल्ली : कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद के प्रधानमंत्री की तारीफ करने का मुद्दा गर्माता जा रहा है. एक तरफ जहां इसे लेकर जम्मू में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुआ वहीं, जम्मू कश्मीर कांग्रेस के प्रमुख गुलाम नबी मीर ने पार्टी की राज्य प्रभारी रजनी पाटिल के साथ महासचिव केसी वेणुगोपाल से इस मामले पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की.
'ईटीवी भारत' से जम्मू कश्मीर की राज्य प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि 'मुझे बताया गया कि वह एनजीओ का कार्यक्रम था. जब आज़ाद साहब जम्मू-कश्मीर पीसीसी कार्यालय आए तो उनका हमारे नेताओं ने स्वागत किया. लेकिन कार्यक्रम में उन्होंने जो कुछ भी कहा वह जाहिर तौर पर उनके पत्र में लिखे मुद्दों के खिलाफ था.'
जब उनसे आज़ाद के बयान के विरोध के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा 'मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है. मैं इसकी जमीनी स्तर से जानकारी लूंगी. पार्टी कार्यकर्ताओं में पीड़ा होनी चाहिए क्योंकि हर रोज वे भाजपा की नीतियों के खिलाफ लड़ने के लिए मैदान में हैं. यहां तक कि हमारे नेता राहुल और प्रियंका भी दिन रात काम कर रहे हैं. इसलिए जब हमारे अपने नेता पीएम मोदी की प्रशंसा करेंगे, तो स्वाभाविक रूप से पीड़ा होगी. हम इसे रोक नहीं सकते.'
'लोगों को पता है कि क्या सही-क्या गलत'
पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का एलान किया जा चुका है. ऐसे में गुलाम नबी आजाद का बयान और कांग्रेस नेताओं का जम्मू में एक मंच पर जुटना पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है.
इस सवाल पर रजनी पाटिल ने कहा कि 'लोग काफी समझदार हैं. उन्हें पता है कि क्या सही है और क्या गलत. हम अपना काम कर रहे हैं. अगर इन नेताओं को लगता है कि यह कांग्रेस की बेहतरी का सही तरीका है, तो यह हो सकता है.'
गौरतलब है कि रविवार को एक सार्वजनिक रैली में आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी. इससे पहले राज्यसभा में आजाद का कार्यकाल पूरा होने पर पीएम मोदी ने उनकी भावनात्मक विदाई भी की थी.
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उधर, इन नेताओं की हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भी कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि आलाकमान पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है. हालांकि अभी तक किसी नेता पर कार्रवाई नहीं की गई है.