नई दिल्ली : संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर को फोन किया और खाड़ी देश में हुए आतंकी हमले (Abu Dhabi Drone Attack) में भारतीय लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया. यूएई में सोमवार को हुए हमले में दो भारतीयों और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई थी, जो अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) के कर्मचारी थे. हमले में छह अन्य लोग घायल हो गए थे. हमले की जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली थी.
जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, 'यूएई के विदेश मंत्री ने फोन पर बात की. उन्होंने कल संयुक्त अरब अमीरात में आतंकवादी हमले में हुई भारतीय लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया.' उन्होंने कहा, 'इस तरह के अस्वीकार्य कृत्यों के मद्देनजर यूएई के साथ मजबूत एकजुटता व्यक्त की. हमारा दूतावास मृतकों के परिवारों को पूर्ण सहायता प्रदान करने के लिए यूएई के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है.'
भारतीय दूतावास ने मंगलवार को कहा कि यूएई की राजधानी में अबू धाबी हवाई अड्डे के पास सोमवार को हुए संदिग्ध ड्रोन हमलों में मारे गए दो भारतीय नागरिकों की पहचान हो गई है. इसने यह भी कहा कि हमलों में घायल हुए छह लोगों में से दो भारतीय हैं और दोनों को चिकित्सा उपचार के बाद सोमवार रात छुट्टी दे दी गई.
विस्फोट "छोटी उड़ने वाली वस्तुओं", संभवत: ड्रोन के कारण हुए, जिन्होंने अबू धाबी में तीन पेट्रोलियम टैंकरों को निशाना बनाया. इस बीच, जयशंकर ने अपने यूनानी समकक्ष निकोस डेंडियास से भी बात की और पिछले साल यूरोपीय देश की अपनी रचनात्मक यात्रा को याद किया. जयशंकर ने ट्वीट किया, "व्यापार और निवेश तथा रक्षा क्षेत्र में हमारे एजेंडे को आगे बढ़ाने पर चर्चा की."
इससे पहले सोमवार को अबू धाबी में संदिग्ध ड्रोन हमले (Abu Dhabi Drone attack) में तीन लोगों की मौत हो गई. छह लोगों के घायल होने की सूचना है. इससे पहले यमन में आंदोलनरत हूती (Yemen's Iran-aligned Houthi movement) विद्रोही संगठन ने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में हमला करने का दावा किया है. हूती को ईरान का साथ मिलता रहा है. अबू धाबी पुलिस ने कहा है कि हवाई अड्डा परिसर में दो जगहों पर विस्फोट के बाद आग लगी.
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हूती विद्रोहियों के खिलाफ यूएई
बता दें कि अबू धाबी यूएई सरकार की राजधानी है और यहीं से देश की विदेश नीति का संचालन होता है. संयुक्त अरब अमीरात 2015 की शुरुआत से ही यमन में युद्ध (UAE at war in Yemen since 2015) कर रहा है. यमन सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन का प्रमुख सदस्य था. यमन की राजधानी पर कब्जा करने वाले ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी गत 6 साल से अभियान चला रहा है. हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी पर कब्जा करने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थित यमन सरकार को बेदखल कर दिया था.