नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर गुरुवार को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में 'शासनाध्यक्षों की परिषद' की बैठक में ने कहा कि भारत मध्य एशियाई देशों के लिए समुद्र तक सुरक्षित और व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य पहुंच प्रदान करने के लिए ईरान में चाबहार बंदरगाह के संचालन के लिए कदम उठा रहा है.
जयशंकर ने कहा कि हमने चाबहार बंदरगाह को अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (आईएनएसटीसी) के ढांचे में शामिल करने का भी प्रस्ताव दिया है. मैं एससीओ क्षेत्र में सहयोग, योजना, निवेश और भौतिक और डिजिटल कनेक्टिविटी बनाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करना चाहता हूं.
उन्होंने कहा कि भारत आज वैश्विक स्तर पर एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति है. कोरोना महामारी के कारण हुई आर्थिक तबाही के बावजूद, महामारी से लड़ने और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत की चुस्त प्रतिक्रिया उल्लेखनीय रही है.
विदेश मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 9.5% की वृद्धि का अनुमान लगाया है. हमारा व्यापार प्रदर्शन भी मजबूत रहा है, इस वर्ष 20% से अधिक की वृद्धि हुई है.
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विदेश मंत्री ने कहा कि WIPO ने मध्य और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2021 में भारत को नंबर एक स्थान दिया है. भारतीय स्टार्टअप ने अब तक 65 यूनिकॉर्न बनाए हैं, जिनमें से 28 यूनिकॉर्न अकेले 2021 के दौरान जोड़े गए थे.
गौरतलब है कि एससीओ शासनाध्यक्ष परिषद (CHG) की 20वीं बैठक की कजाखस्तान ने की.