श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में 24 वर्षीय लड़की पर तेजाब फेंके जाने के मामले में बुधवार को पुलिस ने हमले में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर हमले में इस्तेमाल की गई स्कूटी को जब्त कर लिया. पुलिस ने कहा कि इस मामले के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया गया था. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर स्कूटी जब्त कर ली गई है और मोटर वर्कशॉप को भी सील कर दिया गया है.
मामले पर तत्काल कार्रवाई करने के बावजूद शहर के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला जहां प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने कि मांग की. इस बीच, कश्मीर के संभागीय आयुक्त पांडुरंग कुंडबाराव पोल ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि, यह एक खेदजनक घटना थी जो न केवल पीड़ितों को परेशान करती है बल्कि समाज में बदनामी भी लाती है. उन्होंने कहा कि, एसिड की बिक्री भी जरूरी है लेकिन तेजाब गलत हाथों में कैसे गया यह देखना बाकी है.
इस मुद्दे पर अधिवक्ता फ़िज़ा फिरदौस ने कहा कि, यह पहली बार नहीं है जब एसिड हमला हुआ है. पहले, पररेपोरा इलाके में एक शिक्षक, फिर नौशेरा इलाके में एक कानून छात्रा और अब एक और लड़की शिकार हुई है. पहले के मामलों में आरोपियों को जुर्माने के साथ दस साल कैद की सजा सुनाई गई है लेकिन उसके बाद भी इस तरह के हमले जारी हैं. कानून को और सख्त बनाया जाना चाहिए ताकि लड़कियां खुलकर अपना जीवन बिता सकें.
बताया जा रहा है कि पीड़िता ने डल गेट निवासी साजिद अल्ताफ राथर (मुख्य आरोपी) से अपनी सगाई तोड़ दी थी, जिसके बाद साजिद ने यह कदम उठाया. उसने बाग निवासी मोमिन नजीर शेख के साथ मिलकर युवती पर तेजाब फेंका. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि साजिद ने यह तेजाब पड़शाही बाग निवासी मोहम्मद सलीम गनई से खरीदा था. हमले में पीड़िता का चेहरा गंभीर रूप से घायल हो गया और आंखें भी चोटिल हो गईं. इसपर पीड़िता के परिजनों ने नौहट्टा पुलिस स्टेशन में धारा 326ए के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.
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