पटना: एक मई से कोरोना के खिलाफ लड़ाई के दूसरे चरण की शुरुआत होने वाली है. 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी. 28 अप्रैल से ही लोगों ने पंजीकरण शुरू कर दिया, हालांकि इसमें समस्या आ रही है. टीके का डोज सही समय पर बिहार पहुंच जाए, इसके लिए विभाग तैयारी कर रही है. लेकिन अधिकारियों की मानें तो एक मई से इसकी शुरुआत होने की संभावना कम है.
पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
कोरोना संकट के दौर में बिहार सरकार के सामने वैक्सीनेशन मजबूत विकल्प है. तेजी से लोगों को वैक्सीन दिया जाए, इसके लिए 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दिया जाना है और 28 अप्रैल से पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो चुका है. हालांकि कितने लोग रजिस्ट्रेशन कराएं हैं इसकी सूचना अप्राप्त है. स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण अभियान की रूपरेखा को लेकर तैयारियों में जुटा है.
कुल एक करोड़ वैक्सीन के डोज की जरूरत बिहार सरकार को शुरुआती दौर में है. इस बाबत फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिरम इंस्टीट्यूट को नॉमिनेशन के आधार पर चार सौ करोड़ रुपये के वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया है.
इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के ईडी मनोज कुमार ने बताया कि टीकाकरण अभियान की शुरुआत समय पर हो, उसके लिए हम लोग तैयारियों में जुटे हैं. समय पर टीके का डोज मिल गया तो, हम अभियान की शुरुआत कर देंगे. वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह संभव नहीं लग रहा है कि 1 मई से अभियान की शुरुआत हो पाएगी. क्योंकि सिरम इंस्टीट्यूट के तरफ से जो क्वेरी की गई है, उसका जवाब हम लोग तैयार कर रहे हैं. सिरम इंस्टीट्यूट की तरफ से यह जानकारी भी आना बाकी है कि एक करोड़ डोज पर कितना खर्च आएगा. कितने लोगों का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है, इसका ठोस जवाब विभाग के पास नहीं है.
एक बार में नहीं मिलेगी वैक्सीन- सिरम इंस्टीट्यूट
सिरम इंस्टीट्यूट की ओर से स्वास्थ्य विभाग से कहा गया है कि पहले आप यह बताएं कि प्रति माह कितने वैक्सीन की डोज की दरकार होगी. सिरम इंस्टीट्यूट एक करोड़ वैक्सीन की डोज एक बार में तो नहीं दे सकेगी. लेकिन चरणबद्ध तरीके से बिहार सरकार को मुहैया कराएगी. एक मई के पहले अगर सिरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन भेज देती है, तब वैसी स्थिति में अभियान की शुरुआत हो पाएगी, नहीं तो अभियान के शुरुआत में विलंब हो सकता है. विभाग के अधिकारियों को भी यह उम्मीद नहीं है कि समय पर तीसरे चरण के अभियान की शुरुआत हो पाएगी.
18 साल के ऊपर लगभग साढ़े सात करोड़ लोग
बिहार की आबादी 14 करोड़ 58 लाख 26 हजार 297 है. इसमें 18 साल से ऊपर की आबादी 7 करोड़ 49 लाख 65 हजार 804 है. यानी इतने लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज देनी होगी. इसके लिए 14 करोड़ 99 लाख 31 हजार 608 डोज वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी.
18 साल से अधिक लोगों के लिए हो चुकी है वैक्सीन की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीन की घोषणा कर दी है. 1 मई से सभी लोग ये टीका ले सकेंगे. बिहार राज्य की बात करें तो 18 साल से लेकर 44 साल के लोगों की संख्या 5 करोड़ 34 लाख 51 हजार 606 हैं. बिहार में 1 मई से लगभग इतने लोग कोरोना के टीके लेने के तैयार हो जाएंगे. बिहार सरकार को इतने वैक्सीन की जरूरत 1 मई से हो जाएगी. उसके तुरंत बाद दूसरी डोज के लिए भी इतनी ही वैक्सीन की जरूरत होगी. दोनों को मिला लें तो इसके लिए अलग से 10 करोड़ 69 लाख 3 हजार 212 डोज की जरूरत पड़ेगी.