नई दिल्ली: पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus spyware) का इस्तेमाल कर एक अज्ञात एजेंसी ने फोन टैपिंग के माध्यम से करीब 40 पत्रकारों की निगरानी की. 'द हिंदू' अखबार की उन पत्रकारों में से एक विजयता सिंह से 'ईटीवी भारत' ने बात की. विजयता सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मामलों को कवर करती हैं.
प्रमुख अंग्रेजी दैनिक की पत्रकार विजयता सिंह ने कहा, 'यह थोड़ा विचलित करने वाला है लेकिन मैं यह अनुमान लगाना नहीं चाहूंगी कि यह किसने किया. मैं 'द हिंदू' के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा बीट और जो भी जानकारी कवर करती हूं वह मेरे पत्रकारिता से जुड़े कर्तव्यों का हिस्सा है.'
इस मामले पर पहली रिपोर्ट रविवार देर रात प्रकाशित हुई, जिसने सबसे पहले उन पत्रकारों के नाम जारी किए जिन्हें कथित तौर पर भारत में फोन टैपिंग द्वारा निशाना बनाया गया था.
इन रिपोर्टों के अनुसार, माना जाता है कि हजारों टेलीफोन नंबरों का डेटाबेस एक इजरायली निगरानी प्रौद्योगिकी फर्म के पेगासस सॉफ्टवेयर ( Pegasus software) के माध्यम से लीक हुआ. 300 से अधिक भारतीय मोबाइल नंबर भी इसमें शामिल हैं, जिन लोगों के फोन टैप किए गए हैं उनमें मंत्री, विपक्षी नेता, पत्रकार, कानूनी समुदाय, सरकारी अधिकारी, मानवाधिकार कार्यकर्ता और कई अन्य शामिल हैं.
इस निगरानी के पीछे के कारण के बारे में पूछे जाने पर विजयता सिंह ने जवाब दिया, 'मुझे नहीं पता क्योंकि मैंने स्टोरी पर काम नहीं किया है इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगी.'
उन्होंने यह कहते हुए टिप्पणी करने से भी इनकार कर दिया कि 'क्या यह लोकतंत्र पर हमला है, मैं कोई राय नहीं देना चाहूंगी क्योंकि मैं पहले एक रिपोर्टर हूं. मैं तथ्यों के आधार पर और बिना किसी अलंकरण (embellishments) के स्टोरी फाइल करती हूं. हम यही करते हैं.
अब ताजा रिपोर्टों के मुताबिक कांग्रेस नेता राहुल गांधी, रणनीतिकार प्रशांत किशोर, तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी के नाम भी इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के कई संभावित लक्ष्यों में शामिल हैं.
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