झांसीः जिले में अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर मामले की जांच शुरू हो गई है. हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश के नेतृत्व में घटनास्थल पर क्राइम सीन को रीक्रिएट कराया गया.
दरअसल, असद और गुलाम के एनकाउंटर में मारे जाने पर उत्तर प्रदेश शासन ने हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति राजीव लोचन मेहरोत्रा और अवकाश प्राप्त डीजीपी वीके गुप्ता के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की है. यह कमेटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
झांसी में 13 अप्रैल को माफिया अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम का एसआईटी ने एनकाउंटर किया था. इस मामले की जांच न्यायिक आयोग ने शुरू कर दी है. बुधवार को न्यायिक आयोग की टीम झांसी के पारीछा डैम स्थित घटनास्थल पर पहुंची. टीम में शामिल अधिकारियों ने 40 मिनट तक घटनास्थल पर जांच पड़ताल की.
टीम के सामने सीन को रीक्रिएट कराया गया. टीम ने एक-एक बिंदु की गहनता से जांच की. इसके बाद टीम लौट गई. न्यायिक आयोग 60 दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. इससे एक दिन पहले मंगलवार को यूपी एसटीएफ और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर क्राइम सीन दोहराया था. इस मामले को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार योगी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है.
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