हैदराबाद: विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हम आपसी सहिष्णुता से आगे बढ़ें तो परिवार, समाज, पड़ोस और पर्यावरण को बचाया जा सकता है. रंगारेड्डी जिले के कान्हा शांतिवनम में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय युवा सम्मेलन में युवा बढ़- चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. श्री रामचंद्र मिशन के ग्लोबल गुरु कमलेश डी पटेल युवाओं में दया और करुणा जैसे विषयों पर ज्ञान प्रदान कर रहे हैं. युवाओं का मानना है कि दया और करुणा उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी.
रंगारेड्डी जिले के नंदीगामा मंडल के कान्हा शांतिवनम में अंतरराष्ट्रीय युवा सम्मेलन में काफी संख्या में युवक भाग ले रहे हैं. तीन दिनों तक चलने वाले सम्मेलन में भारत समेत 55 देशों के 10,000 युवा आए हैं. श्री रामचंद्र मिशन के ग्लोबल गुरु कमलेश डी पटेल मुख्य अतिथि हैं. खास बात यह है कि यह आयोजन आजादि का अमृत महोत्सव के मौके पर भारत में होगा. श्री रामचंद्र मिशन इस बात का आह्वान कर रहे है कि दुनिया को दुनिया की प्रगति के लिए दया, करुणा और दया की जरूरत है. यह युवाओं को समाज के नैतिक मूल्यों और कल्याण को विकसित करने के लिए करुणा, दया, दया और धैर्य के गुणों को विकसित करना सिखाता है.
अभिनेत्री तान्या मानिकतला ने खुशी व्यक्त की कि वह युवाओं में दया को बढ़ावा देने के लिए शांतिवनम की पहल करके खुश हैं. एआर रहमान फाउंडेशन की निदेशक गायिका खतीजा रहमान ने कहा कि उन्होंने कमलेश डी पटेल-दाजी की किताबें पढ़कर इस अंतरराष्ट्रीय युवा सम्मेलन में भाग लिया और प्रेरित हुईं. आज के समाज में बढ़ती हिंसा अशांति का कारण बन रही है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि विवेक और ज्ञान के माध्यम से सर्वोत्तम गुणों को प्राप्त किया जा सकता है.
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कमलेश पटेल ने युवाओं से शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में दबाव से उबरने का आह्वान किया. विशेषज्ञों ने कहा कि ध्यान के माध्यम से दया और करुणा का अभ्यास करके युवा अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं. युवाओं का मानना है कि अगर दया और करुणा को रोजमर्रा की जिंदगी में ठीक अपनाया जाए तो अद्भुत परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं.युवाओं को सही रास्ते पर ले जाने के उद्देश्य से दुनिया के सबसे बड़े ध्यान केंद्र कान्हा शांति वनम में नियमित गतिविधियां होती हैं.