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World Yoga Day 2022: जबलपुर की 'वाटर गर्ल' पानी में तैरते हुए करती है योग, बताया सेहतमंद रहने का मंत्र

International Yoga Day 2022: आज कल के बिजी लाइफ स्टाइल में शरीर को अगर स्वस्थ रखना है, तो उसके लिए योगा करना बहुत जरूरी माना जाता है. यही वजह है कि 21 जून को अब योग दिवस (21 June 2022 World Yoga Day) के रूप में मनाया जाता है. आइए जानते हैं जबलपुर की 'वाटर गर्ल' (Jabalpur water girl Ganga Chakraborty) से योगा के बारे में, (jabalpur yoga day).(Clean Narmada river)

World Yoga Day 2022
जबलपुर की 'वाटर गर्ल' पानी में तैरते हुए करती है योग
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Published : Jun 20, 2022, 10:56 PM IST

जबलपुर। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया गया था. इस बार भी 21 जून 2022 को योग दिवस (International Yoga Day 2022) बनाया जाएगा. लॉकडाउन के दौरान योग का महत्व बढ़ा है और लोगों ने इसके महत्व को भी समझा है. कोरोना के समय लोगों के घरों में कैद हो जाने से उनकी शारीरिक गतिविधियां लगभग रुक गई थी. ऐसे में जो लोग जिम जाते थे वे वहां नहीं जा पाए और जो लोग दौड़ लगाते थे या मार्निंग वॉक करते वे भी ऐसा नहीं कर पा रहे थे. इस दौरान उन लोगों ने घर में ही रहकर योग से अपने शरीर को सेहतमंद बनाए रखा.

जबलपुर की 'वाटर गर्ल' पानी में तैरते हुए करती है योग

21 जून योगा दिवस : शरीर को अगर स्वस्थ रखना है तो योग करिए, क्योंकि योग ही है जो मानसिक और शारीरिक रूप से इंसान को स्वस्थ बनाता है. योगा अभ्यास किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए लाभदायक है. यही वजह है कि, दुनिया भर में 21 जून को योगा दिवस (International Yoga Day 21 June 2022) के रूप में मनाया जाता है. आज पूरा विश्व योग से निरोग होने की तपस्या में अग्रसर है. दुनियाभर में लोग ना केवल योगा दिवस मानते हैं, बल्कि अब उसे अपना कर अपनी दैनिक जीवन कार्यशैली में भी शामिल कर चुके हैं. योग के द्वारा विश्व गुरु बनने में अग्रसर दुनिया समेत भारत देश में विश्व योग दिवस मनाया जाता है. कहने को ऋषि मुनियों से मिली योग की संस्कृति से आपका पूरा जीवन बदल सकता है.

'वाटर गर्ल' का योगा: अब बात करते हैं, मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर की रहने वाली गंगा चक्रवर्ती की, जिन्हें लोग 'वाटर गर्ल' के रूप में भी जानते हैं (Jabalpur water girl Ganga Chakraborty). 22 साल की गंगा चक्रवर्ती मां नर्मदा की गोद में रोजाना योगा करती हैं. गंगा जमीन के साथ-साथ पानी में तैरते हुए भी योग करती हैं. सबसे खास बात ये है कि, अपनी बॉडी को योगा गर्ल आराम से पानी में तैरा सकती हैं. वह ऐसा हर रोज करती हैं जो नर्मदा स्वच्छता और उसके संरक्षण की दिशा में भी अनोखा संदेश दे रही है.

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12 मिनट करें सूर्य नमस्कार: ईटीवी भारत से बात करते हुए योगा गर्ल गंगा चक्रवर्ती (Yoga girl ganga chakraborty) ने बताया कि, आज के दौर में योग करना सबके लिए जरूरी है. जो योगा कर रहा है उसकी उम्र भी बढ़ रही है. आज के समय में अगर 15 मिनट भी सूर्य नमस्कार करते हैं, तो ये आपके शरीर के लिए फायदेमंद है. उन्होंने पानी में योग करने को लेकर कहा कि, यह एक बेहतर योगा है. पानी में योगाभ्यास करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है.

नर्मदा स्वच्छ रखने के लिए किया योगा: वाटर गर्ल गंगा चक्रवर्ती ने बताया कि उनके पिता किशोरी लाल चक्रवर्ती मुलतः दमोह के जटाशंकर के रहने वाले हैं, लेकिन वर्तमान में जिला कलेक्टर कार्यालय में फूड इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. गंगा जब 12 साल की थी तब उनकी मां सुमित्रा बाई का देहांत हो गया था. मां के देहांत के बाद गंगा अपने पिता के साथ रोजाना नर्मदा दर्शन के लिए जाया करती थी. तभी उनके मन में विचार आया कि नर्मदा स्वच्छ रखने (Clean Narmada river) के लिए कुछ करें, और तब से गंगा नर्मदा को स्वच्छ रखने की दिशा में संदेश दे रही हैं.

कोरोना में योगा फायदेमंद हुआ साबित: गंगा ने बताया कि कोरोना काल के दौरान जब लोग अपने घरों में कैद थे तब वे ऑनलाइन के माध्यम से लोगों को योग सीखा रही थीं. उन्होंने कहा सोशल मीडिया ही एक ऐसा प्लेटफार्म था जब लोग अपने घर में बैठे थे और इसके सहारे ही मैंने सभी को योग सिखाया. अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज, हाइपरटेंशन या मोटापे की समस्या है तो फिर कोरोना का शरीर पर असर और ज्यादा होता है. ऐसे में जरूरी है कि आप कोराना से संक्रमित होने के बाद अपने सभी लक्षणों पर ध्यान दें और शरीर में हो रहे किसी भी तरह के बदलाव को नजर अंदाज ना करें. कोरोना के समय योगा ही एकमात्र ऐसा सहारा था जिसने लाखों लोगों की जिंदगियों को इस महामारी से बचाया. (World Yoga Day 21 June 2022)

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15 मिनट योग करना अनिवार्य: डॉक्टर चित्रा जैन बताती हैं कि कोरोना के दौर को उन्होंने नजदीक से देखा है. आज के समय योग का बहुत महत्व है क्योंकि कोरोना के बाद हमारे फेफड़े कमजोर हो जाते थे. हर किसी को रोजाना कम से कम 15 मिनट योग करना चाहिए (15 minutes of yoga compulsory). इससे हमारी ही इम्युनिटी पावर अच्छी होती है, साथ ही बीमारियों से लड़ने में भी शक्ति देता है. एक योग हमारा सूर्य नमस्कार है. वह एक परफेक्ट योग है, इसे करने से हमारे पूरे शरीर का व्यायाम हो जाता है. योग पुराने समय से चला आ रहा है, लेकिन हम इसे भूल गए थे. अब कोरोना ने हमें आज फिर से इसकी एहमियत सीखा दी है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर डॉ चित्रा जैन ने सभी से अपील की है कि खासकर गर्भवती महिलाओं को योग करना चाहिए.

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गंगा का कहना मां नर्मदा को रखें स्वच्छ: गंगा निरंतर 8 सालों से योग के (21 June 2022 World Yoga Day) विभिन्न आसनों को मां नर्मदा में करती हैं. सूर्य नमस्कार, चंद्र नमस्कार और विभिन्न आसनों के माध्यम से गंगा नर्मदा तट पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भी यह संदेश देती हैं कि जल स्वच्छ है, निर्मल है, तो ही जीवन है. जिस तरह योग करके हम खुद को निरोगी रख सकते हैं, उसी तरह मां नर्मदा का आंचल भी स्वच्छ रखते हुए हम जीवनदायिनी के मूल अर्थ को समझ सकते हैं. बेशक मां नर्मदा को संरक्षित करने में गंगा जैसे कई श्रद्धालु और भक्त मौजूद हैं, लेकिन योग कर इस संदेश को फैलाना अपने प्रकार का सबसे अलग तरीका है. आज विश्व योग दिवस पर भी गंगा अपनी निरंतर योग क्रियाओं के माध्यम से श्रद्धालुओं, भक्तों और समाज को यह संदेश देना चाहती हैं कि मां नर्मदा की कल कल धरा को बचाए रखें.

जबलपुर। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया गया था. इस बार भी 21 जून 2022 को योग दिवस (International Yoga Day 2022) बनाया जाएगा. लॉकडाउन के दौरान योग का महत्व बढ़ा है और लोगों ने इसके महत्व को भी समझा है. कोरोना के समय लोगों के घरों में कैद हो जाने से उनकी शारीरिक गतिविधियां लगभग रुक गई थी. ऐसे में जो लोग जिम जाते थे वे वहां नहीं जा पाए और जो लोग दौड़ लगाते थे या मार्निंग वॉक करते वे भी ऐसा नहीं कर पा रहे थे. इस दौरान उन लोगों ने घर में ही रहकर योग से अपने शरीर को सेहतमंद बनाए रखा.

जबलपुर की 'वाटर गर्ल' पानी में तैरते हुए करती है योग

21 जून योगा दिवस : शरीर को अगर स्वस्थ रखना है तो योग करिए, क्योंकि योग ही है जो मानसिक और शारीरिक रूप से इंसान को स्वस्थ बनाता है. योगा अभ्यास किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए लाभदायक है. यही वजह है कि, दुनिया भर में 21 जून को योगा दिवस (International Yoga Day 21 June 2022) के रूप में मनाया जाता है. आज पूरा विश्व योग से निरोग होने की तपस्या में अग्रसर है. दुनियाभर में लोग ना केवल योगा दिवस मानते हैं, बल्कि अब उसे अपना कर अपनी दैनिक जीवन कार्यशैली में भी शामिल कर चुके हैं. योग के द्वारा विश्व गुरु बनने में अग्रसर दुनिया समेत भारत देश में विश्व योग दिवस मनाया जाता है. कहने को ऋषि मुनियों से मिली योग की संस्कृति से आपका पूरा जीवन बदल सकता है.

'वाटर गर्ल' का योगा: अब बात करते हैं, मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर की रहने वाली गंगा चक्रवर्ती की, जिन्हें लोग 'वाटर गर्ल' के रूप में भी जानते हैं (Jabalpur water girl Ganga Chakraborty). 22 साल की गंगा चक्रवर्ती मां नर्मदा की गोद में रोजाना योगा करती हैं. गंगा जमीन के साथ-साथ पानी में तैरते हुए भी योग करती हैं. सबसे खास बात ये है कि, अपनी बॉडी को योगा गर्ल आराम से पानी में तैरा सकती हैं. वह ऐसा हर रोज करती हैं जो नर्मदा स्वच्छता और उसके संरक्षण की दिशा में भी अनोखा संदेश दे रही है.

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12 मिनट करें सूर्य नमस्कार: ईटीवी भारत से बात करते हुए योगा गर्ल गंगा चक्रवर्ती (Yoga girl ganga chakraborty) ने बताया कि, आज के दौर में योग करना सबके लिए जरूरी है. जो योगा कर रहा है उसकी उम्र भी बढ़ रही है. आज के समय में अगर 15 मिनट भी सूर्य नमस्कार करते हैं, तो ये आपके शरीर के लिए फायदेमंद है. उन्होंने पानी में योग करने को लेकर कहा कि, यह एक बेहतर योगा है. पानी में योगाभ्यास करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है.

नर्मदा स्वच्छ रखने के लिए किया योगा: वाटर गर्ल गंगा चक्रवर्ती ने बताया कि उनके पिता किशोरी लाल चक्रवर्ती मुलतः दमोह के जटाशंकर के रहने वाले हैं, लेकिन वर्तमान में जिला कलेक्टर कार्यालय में फूड इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं. गंगा जब 12 साल की थी तब उनकी मां सुमित्रा बाई का देहांत हो गया था. मां के देहांत के बाद गंगा अपने पिता के साथ रोजाना नर्मदा दर्शन के लिए जाया करती थी. तभी उनके मन में विचार आया कि नर्मदा स्वच्छ रखने (Clean Narmada river) के लिए कुछ करें, और तब से गंगा नर्मदा को स्वच्छ रखने की दिशा में संदेश दे रही हैं.

कोरोना में योगा फायदेमंद हुआ साबित: गंगा ने बताया कि कोरोना काल के दौरान जब लोग अपने घरों में कैद थे तब वे ऑनलाइन के माध्यम से लोगों को योग सीखा रही थीं. उन्होंने कहा सोशल मीडिया ही एक ऐसा प्लेटफार्म था जब लोग अपने घर में बैठे थे और इसके सहारे ही मैंने सभी को योग सिखाया. अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज, हाइपरटेंशन या मोटापे की समस्या है तो फिर कोरोना का शरीर पर असर और ज्यादा होता है. ऐसे में जरूरी है कि आप कोराना से संक्रमित होने के बाद अपने सभी लक्षणों पर ध्यान दें और शरीर में हो रहे किसी भी तरह के बदलाव को नजर अंदाज ना करें. कोरोना के समय योगा ही एकमात्र ऐसा सहारा था जिसने लाखों लोगों की जिंदगियों को इस महामारी से बचाया. (World Yoga Day 21 June 2022)

Longest day of Year : 21 जून को इतने बजे परछाई भी छोड़ देगी आपका साथ, ये है वजह, यहां दिखेगा सबसे बेहतरीन नजारा

15 मिनट योग करना अनिवार्य: डॉक्टर चित्रा जैन बताती हैं कि कोरोना के दौर को उन्होंने नजदीक से देखा है. आज के समय योग का बहुत महत्व है क्योंकि कोरोना के बाद हमारे फेफड़े कमजोर हो जाते थे. हर किसी को रोजाना कम से कम 15 मिनट योग करना चाहिए (15 minutes of yoga compulsory). इससे हमारी ही इम्युनिटी पावर अच्छी होती है, साथ ही बीमारियों से लड़ने में भी शक्ति देता है. एक योग हमारा सूर्य नमस्कार है. वह एक परफेक्ट योग है, इसे करने से हमारे पूरे शरीर का व्यायाम हो जाता है. योग पुराने समय से चला आ रहा है, लेकिन हम इसे भूल गए थे. अब कोरोना ने हमें आज फिर से इसकी एहमियत सीखा दी है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर डॉ चित्रा जैन ने सभी से अपील की है कि खासकर गर्भवती महिलाओं को योग करना चाहिए.

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गंगा का कहना मां नर्मदा को रखें स्वच्छ: गंगा निरंतर 8 सालों से योग के (21 June 2022 World Yoga Day) विभिन्न आसनों को मां नर्मदा में करती हैं. सूर्य नमस्कार, चंद्र नमस्कार और विभिन्न आसनों के माध्यम से गंगा नर्मदा तट पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भी यह संदेश देती हैं कि जल स्वच्छ है, निर्मल है, तो ही जीवन है. जिस तरह योग करके हम खुद को निरोगी रख सकते हैं, उसी तरह मां नर्मदा का आंचल भी स्वच्छ रखते हुए हम जीवनदायिनी के मूल अर्थ को समझ सकते हैं. बेशक मां नर्मदा को संरक्षित करने में गंगा जैसे कई श्रद्धालु और भक्त मौजूद हैं, लेकिन योग कर इस संदेश को फैलाना अपने प्रकार का सबसे अलग तरीका है. आज विश्व योग दिवस पर भी गंगा अपनी निरंतर योग क्रियाओं के माध्यम से श्रद्धालुओं, भक्तों और समाज को यह संदेश देना चाहती हैं कि मां नर्मदा की कल कल धरा को बचाए रखें.

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