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अंतरजातीय शादी करने की कुछ ऐसी सजा, जानकर चौंक जाएंगे आप!

पूर्णिया (Purnia) जिले में एक प्रेमी जोड़े को अंतरजातीय विवाह (Inter-Caste Marriage) करना काफी महंगा पड़ गया. शादी के बाद से दोनों को न्याय की गुहार के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. देखें रिपोर्ट.

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Published : Aug 4, 2021, 7:27 PM IST

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पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया जिले में प्रेमी युगल के अंतरजातीय शादी रचाने पर समाज उनका दुश्मन बन बैठा है. प्रेमी युगल को क्या पता था कि शादी करने पर इतनी बड़ी सजा मिलेगी. शादी के बाद पति-पत्नी को गांव लौटने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. लड़की पक्ष और समाज के कुछ ठेकेदारों ने लड़के के पिता से शादी के दौरान एक बांड बनवाया. इस बांड में पांच साल से पहले गांव लौटने पर ढ़ाई लाख रुपये का जुर्माना भरने की बात थी, जिसे अब बांड भरवाने वाले लोग साक्ष्य मानकर पैसे के लिए दबाव बना रहे हैं. नतीजन अपने ही गांव में प्रवेश नहीं कर पाने वाले पति-पत्नी इंसाफ की गुहार लगाते हुए भटक रहे हैं.

मामला चंपानगर ओपी के चिरैया रहिका गांव ( Chiraya Rahika Village) का है. जहां एक प्रेमी जोड़े को अंतरजातीय शादी करने की कुछ ऐसी सजा दे दी गई कि उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है. युवक लड्डू कुशवाहा समाज से और उसकी पत्नी सोनी गंगोत्री समाज से है. बता दें कि चार साल से दोनों के बीच प्रेम संबंध चल रहा था. वहीं 2020 में उन लोगों ने दिल्ली भागकर शादी कर ली थी. युवक के गांव के लोग प्रेम विवाह और अंतरजातीय विवाह के विरोध में हैं.

प्रेमी जोड़े को अंतरजातीय विवाह करना पड़ा भारी.

शादी करने के बाद युवक लड्डू सिंह दिल्ली में ही रहकर एक फैक्ट्री में नौकरी करने लगा. फैक्ट्री में काम करने के दौरान लड्डू का एक हाथ मशीन से कट गया. हाथ कटने के बाद नौकरी भी चली गई. बता दें कि इसी बीच सोनी गर्भवती भी हो गई थी. एक तो लॉकडाउन और दूसरी ओर लड्डू को नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद पति-पत्नी के सामने दो जून की रोटी की समस्या आ पड़ी.

पढ़ेंः नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में होमगार्ड को 30 साल की सजा

ऐसी स्थिति में दोनों अपने गांव लौट आए, जिससे उन्हें कुछ सहायता मिल सके. लेकिन गांव आने पर लड्डू को पता चला कि उसकी पत्नी के भाई और गांव के कुछ लोगों ने पंचायत कर लड़के के पिता से एक बांड पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिया है. उनसे बांड भरवाया गया कि यदि लड़का-लड़की पांच साल से पहले गांव आए या किसी तरह उन लोगों की मदद की गई, तो उन्हें ढाई लाख रुपये जुर्माना देना होगा. जिसके बाद पीड़िता सोनी देवी और पति लड्डू सिंह ने एसपी दयाशंकर से फरियाद लगाई है.

'गांव के कुछ लोगों ने स्टांप पेपर पर अंगुठा का निशान जबरन लिया था. अब वे लोग कह रहे हैं कि या तो ढाई लाख रुपये जुर्माना भरो नहीं, तो लड़का-लड़की को घर से भगाओ. ऐसी परिस्थिति में क्या करें कुछ समझ में नहीं आ रहा है.' -सत्य नारायण सिंह, सोनी के ससुर

'एक तरफ सरकार अंतरजातीय विवाह करने पर ईनाम देने की बात करती है. वहीं आज भी समाज में कुछ चन्द ठेकेदार इनसे ढाई लाख रुपये जुर्माना मांग रहे हैं.' -दिलीप कुमार, अधिवक्ता

इस बात पर पूछे जाने पर एसपी दयाशंकर ने बताया कि पीड़ितों के माध्यम से आवेदन मिला है. इस मामले की जांच कराई जा रही है. दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

'समाज हम दोनों को रहने नहीं दे रहा है. ढाई लाख रुपये का जुर्माना मांगा जा रहा है, इसके साथ ही धमकी दी जा रही है कि घर से भगाकर जान से मार देंगे. अभी घर से निकाल दिया गया है. हमलोग एसपी से फरियाद लगाने केलिए निकले हुए हैं.' -लड्डू सिंह, पीड़ित

पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया जिले में प्रेमी युगल के अंतरजातीय शादी रचाने पर समाज उनका दुश्मन बन बैठा है. प्रेमी युगल को क्या पता था कि शादी करने पर इतनी बड़ी सजा मिलेगी. शादी के बाद पति-पत्नी को गांव लौटने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. लड़की पक्ष और समाज के कुछ ठेकेदारों ने लड़के के पिता से शादी के दौरान एक बांड बनवाया. इस बांड में पांच साल से पहले गांव लौटने पर ढ़ाई लाख रुपये का जुर्माना भरने की बात थी, जिसे अब बांड भरवाने वाले लोग साक्ष्य मानकर पैसे के लिए दबाव बना रहे हैं. नतीजन अपने ही गांव में प्रवेश नहीं कर पाने वाले पति-पत्नी इंसाफ की गुहार लगाते हुए भटक रहे हैं.

मामला चंपानगर ओपी के चिरैया रहिका गांव ( Chiraya Rahika Village) का है. जहां एक प्रेमी जोड़े को अंतरजातीय शादी करने की कुछ ऐसी सजा दे दी गई कि उन्हें दर-दर भटकना पड़ रहा है. युवक लड्डू कुशवाहा समाज से और उसकी पत्नी सोनी गंगोत्री समाज से है. बता दें कि चार साल से दोनों के बीच प्रेम संबंध चल रहा था. वहीं 2020 में उन लोगों ने दिल्ली भागकर शादी कर ली थी. युवक के गांव के लोग प्रेम विवाह और अंतरजातीय विवाह के विरोध में हैं.

प्रेमी जोड़े को अंतरजातीय विवाह करना पड़ा भारी.

शादी करने के बाद युवक लड्डू सिंह दिल्ली में ही रहकर एक फैक्ट्री में नौकरी करने लगा. फैक्ट्री में काम करने के दौरान लड्डू का एक हाथ मशीन से कट गया. हाथ कटने के बाद नौकरी भी चली गई. बता दें कि इसी बीच सोनी गर्भवती भी हो गई थी. एक तो लॉकडाउन और दूसरी ओर लड्डू को नौकरी से निकाल दिए जाने के बाद पति-पत्नी के सामने दो जून की रोटी की समस्या आ पड़ी.

पढ़ेंः नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में होमगार्ड को 30 साल की सजा

ऐसी स्थिति में दोनों अपने गांव लौट आए, जिससे उन्हें कुछ सहायता मिल सके. लेकिन गांव आने पर लड्डू को पता चला कि उसकी पत्नी के भाई और गांव के कुछ लोगों ने पंचायत कर लड़के के पिता से एक बांड पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिया है. उनसे बांड भरवाया गया कि यदि लड़का-लड़की पांच साल से पहले गांव आए या किसी तरह उन लोगों की मदद की गई, तो उन्हें ढाई लाख रुपये जुर्माना देना होगा. जिसके बाद पीड़िता सोनी देवी और पति लड्डू सिंह ने एसपी दयाशंकर से फरियाद लगाई है.

'गांव के कुछ लोगों ने स्टांप पेपर पर अंगुठा का निशान जबरन लिया था. अब वे लोग कह रहे हैं कि या तो ढाई लाख रुपये जुर्माना भरो नहीं, तो लड़का-लड़की को घर से भगाओ. ऐसी परिस्थिति में क्या करें कुछ समझ में नहीं आ रहा है.' -सत्य नारायण सिंह, सोनी के ससुर

'एक तरफ सरकार अंतरजातीय विवाह करने पर ईनाम देने की बात करती है. वहीं आज भी समाज में कुछ चन्द ठेकेदार इनसे ढाई लाख रुपये जुर्माना मांग रहे हैं.' -दिलीप कुमार, अधिवक्ता

इस बात पर पूछे जाने पर एसपी दयाशंकर ने बताया कि पीड़ितों के माध्यम से आवेदन मिला है. इस मामले की जांच कराई जा रही है. दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

'समाज हम दोनों को रहने नहीं दे रहा है. ढाई लाख रुपये का जुर्माना मांगा जा रहा है, इसके साथ ही धमकी दी जा रही है कि घर से भगाकर जान से मार देंगे. अभी घर से निकाल दिया गया है. हमलोग एसपी से फरियाद लगाने केलिए निकले हुए हैं.' -लड्डू सिंह, पीड़ित

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