मुंबई : देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की एक ट्रैवल प्राइवेट लिमिटेड में काम करने वाली लड़की को थाइलैंड के फुकेत हवाई अड्डे पर बंधक बनाया गया था. ट्रवेल एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि उसकी कर्मचारी को एयरपोर्ट पर 2000 के बदले 2,200 थाई बहत देने का दबाव बनाया गया और जब इस बारे में उसने पूछताछ की तो उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया. इस मामले में कंपनी के अधिकारी ने भारत सरकार व विदेश मंत्रालय से पहल करने की मांग की थी. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था.
अब उस महिला को रिहा कर दिया गया है. कंपनी की सीईओ ने इसकी पुष्टि कर दी है. सीईओ ने ईटीवी भारत का धन्यवाद भी किया. इंटीजर ट्रैवल प्राइवेट लिमिटेड की सीएमओ वैजयंती कारी ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि उनकी मुंबई में एक ट्रैवल कंपनी चलती है और यह कंपनी देश विदेशों के टूर आयोजित करती है. इसी संदर्भ में उनकी कंपनी की मदद से रविवार को 20 लोगों का एक दल फुकेत जाना वाला था. इसकी तैयारी के लिए उनकी कंपनी की कर्मचारी विधि मुथा एक दिन पहले वहां पर गयी थी. लेकिन वहां पर उससे सारे कागजात सही होने के बाद आधिकारिक तौर पर लिए जाने वाले 2 हजार थाई बहत के बदले 2200 थाई बहत देने का दबाव बनाया जाने लगा. इस पर जब उसने इसका विरोध किया तो उसे प्रताड़ित करने के लिए एक कमरे में बंद कर दिया.
इंटीजर ट्रैवल प्राइवेट लिमिटेड की सीएमओ वैजयंती कारी ने कहा कि कंपनी की टूर लीडर विधि मुथा (पासपोर्ट संख्या S2245902) को फुकेत में अप्रवासन कार्यालय द्वारा बिना किसी उचित कारण के जबरन हवाई अड्डे पर रोक रखा गया और उसे जबरन भारत वापस भेजने की धमकी दी गई. वह शनिवार सुबह फुकेत पहुंची और उसके पास वहां जाने के वीजा के साथ साथ सभी आवश्यक दस्तावेज और पैसे मौजूद थे.
कंपनी का कहना है कि आप्रवासन अधिकारी से अवैध वसूली के बारे में सवाल करने के कारण उसे प्रताड़ित किया गया. एक दस्तावेज पर जबरन साइन करने के लिए मजबूर किया गया. पीड़िता ने कमरे में बंद किए जाने के बाद रोते हुए अपना एक वीडियो भी ईटीवी भारत के साथ शेयर किया. इंटीजर ट्रैवल प्राइवेट लिमिटेड की सीएमओ वैजयंती कारी ने भारत सरकार व विदेश मंत्रालय व थाइलैंड के दूतावास से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी, ताकि वह सकुशल अपना काम पूरा करके देश में वापस आ सके.
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