नई दिल्ली : केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्रालय द्वारा ट्राइब्स इंडिया ऑन व्हील्स योजना के तहत मोबाइल वैन के जरिए लोगों तक प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले आदिवासी उत्पादों को पहुंचाने की शुरुआत की गई है. भोपाल, रांची, गुवाहाटी, पटना, अहमदाबाद सहित 31 शहरों में इन उत्पादों को बेचा जा रहा है.
साथ ही आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, गुजरात, उत्तर प्रदेश समेत 15 राज्यों में यह योजना चल रही है. मोबाइल वैन गली-गली में जाती है और लोगों को इन उत्पादों को अपने घर के दरवाजे पर खरीदने का मौका मिल जाता है. एक ही कीमत पर छूट के साथ सामान उपलब्ध कराया जा रहा है. इस तरह के कदम से वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा दिया जा रहा है.
कोरोना से बचने में मददगार
इन उत्पादों में प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले जनजातीय उत्पाद जैसे जंगली शहद, रागी, सूखी आंवला, त्रिफला, जैविक हल्दी, काली मिर्च, सफेद बिंस, मूंग दाल, लौंग, प्रतिरक्षा बूस्टर चूरन, गिलोय पाउडर, लाल चावल, चिरोंजी नट्स, अमरुद की जेली, मलाईदार मशरुम, खजूर बास्केट, आंवला जूस इत्यादि शामिल हैं. इनसे लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने और कोरोना से बचाव करने में मदद मिल रही है.
यहां से सीधे घर मंगा सकेंगे उत्पाद
इन उत्पादों को सीधे ग्राहकों के दरवाजे पर ले जाया जा रहा है. सभी बिक्री आय आदिवासियों के पास पहुंचाए जाते हैं. ताकि कोरोना काल में उनकी आर्थिक स्थिति ठीक रहे एवं उनकी आजीविका चलती रहे. बता दें इम्यूनिटी बूस्टर्स उत्पाद ट्राइब्स इंडिया की वेबसाइट, फ्लिपकार्ट, अमेजन, जीइएम सहित अन्य रिटेल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर छूट के साथ बिक्री के लिए उपलब्ध हैं.
जब आप चाहें इन उत्पादों की ऑनलाइन बुकिंग कर घर पर मंगवा सकते हैं. डिलीवरी बॉय के जरिए सामान आपके घर आ जाएगा. बता दें एक तरह से प्रकृति के इनामों को ग्राहकों के दरवाजे तक पहुंचाने का यह प्रयास है.
135 केंद्रों पर ट्राइब्स इंडिया के उत्पाद
ट्राइब्स इंडिया के शोरुम्स में भी प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले उत्पाद बिक्री के लिए मौजूद है. वर्ष 1999 में दिल्ली के महादेव रोड पर पहली बार ट्राइब्स इंडिया का शोरूम खुला था. अब दिल्ली में कुल 5 आउटलेट हैं. पूरे देशभर में अब तक ट्राइब्स इंडिया के अबतक 135 आउटलेट खोले जा चुके हैं.