ढाका : प्रधानमंत्री शेख हसीना ने लाेंगों को तथ्यों की जांच किये गये बगैर सोशल मीडिया पर किसी भी चीज पर विश्वास नहीं करने को कहा.
पिछले बुधवार से बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों पर हमले बढ़ गये हैं. दरअसल, इससे पहले दुर्गा पूजा समारोहों के दौरान सोशल मीडिया पर कथित तौर पर ईश निंदा करने वाला एक पोस्ट देखने को मिला था. रविवार देर रात बांग्लादेश में एक भीड़ ने 66 मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया और कम से कम 20 मकानों को आग के हवाले कर दिया.
कैबिनेट सचिव खांडकर अनवारूल इस्लाम के हवाले से ढाका ट्रिब्यून अखबार ने अपनी खबर में कहा है कि प्रधानमंत्री हसीना ने मंगलवार को साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के दौरान गृहमंत्री असदुज्जमान खान को उन लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया जिन्होंने धर्म का इस्तेमाल कर हिंसा भड़काई थी.
अपने आधिकारिक आवास से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक में शामिल हुई प्रधानमंत्री ने देश के लोगों से तथ्यों की जांच किये बगैर सोशल मीडिया पर किसी भी चीज पर विश्वास नहीं करने को कहा.
उन्होंने गृह मंत्रालय को सतर्क रहने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया. स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक अलग-अलग हमलों में हिंदू समुदाय के छह लोग मारे गये हैं, लेकिन इस आंकड़े की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है.
गृह मंत्री ने कहा, घटना की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय आरोपियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए काम कर रहा है. हसीना ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता मुहैया करने की घोषणा की है.
इस बीच, सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी कोमिला जिले में हालिया सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ मंगलवार को देशभर में सौहार्द्र रैलियां कर रही है और शांतिपूर्ण जुलूस निकाल रही है.
अवामी लीग के महाचिव ओबैदुल कादिर ने यहां एक रैली में कहा, 'डरें नहीं, हिंदू भाई-बहन. शेख हसीना और अवामी लीग आपके साथ हैं.'
पढ़ें : बांग्लादेश : प्रदर्शन के दौरान हिंदुओं के 66 घरों को तोड़ा गया, 20 मकान जलाए गए
(पीटीआई-भाषा)