रांची : झारखंड में फलों का राजा आम अब पकने से पहले ही खास हो गया है. इतना खास कि इसकी कीमत आसमान छूने लगी है. जी हां, रांची के सब्जी बाजार में कच्चा आम 100 रुपये पाव बिक रहा है, यानी 400 रु प्रति किलो. बाजार में जब दूधिया मालदा आम आता है, तब भी उसकी कीमत इतनी नहीं होती है. हद तो यह है कि रांची के सबसे चर्चित लालपुर-कोकर सब्जी मार्केट में कच्चे आम के दर्शन तक दूभर हो गये हैं. पूरे बाजार में चक्कर लगाने के बाद सिर्फ एक जगह चंद कच्चे आम नजर आए. गौर से देखने पर लग रहा था, जैसे इतरा रहे हों. सब्जी विक्रेता से भाव पूछा तो बिना लाग लपेट के कह दिया 100 रुपये पाव. मोलभाव की बात करने पर दुकानदार ने दो टूक कह दिया कि पूरा बाजार घुम आइये, कहीं आम नहीं मिलेगा.
आखिर क्यों इतरा रहा कच्चा आम : सवाल यह है कि कल तक जो कच्चा आम 50 रुपये किलो बिक रहा था, वह अचानक आठ गुणा महंगा कैसे हो गया. तफ्तीश करने पर इसका जवाब मिला. इसकी वजह पश्चिम बंगाल का खास त्यौहार पोहेला बोइशाख और उत्तर भारत में मनाया जाने वाला सतुवानी पर्व है. दरअसल, 15 अप्रैल को दोनों पर्व मनाया जाना है. इसमें कच्चे आम से कुछ रस्म अदायगी होती है. जाहिर सी बात है कि दोनों त्यौहारों के मद्देनजर रांची में कच्चे आम की डिमांड बढ़ गई है. लेकिन बाजार में डिमांड की तुलना में आवक नहीं होने की वजह से कच्चे आम की कीमत आसमान छूने लगी है.
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नींबू निकाल रहा है पसीना : महंगाई की मार से लोग परेशान हैं. पर्व त्यौहार में रस्म के लिए कच्चा आम खरीदना मुश्किल हो गया है. वहीं, नींबू ने भी हद कर दी है. बिना निचोड़े जुबान को खट्टा कर रहा है. कुछ दिन पहले तक 10 रुपये में जहां चार नींबू मिलता था, अब 20 रुपये जोड़ा हो गया है. दूसरी हरी सब्जियां भी गर्मी की तपिश में झुलसने के बाद भी अपना भाव कम नहीं होने दे रही हैं.