ETV Bharat / bharat

Sadbhavana Diwas 2023: देश मना रहा कंप्यूटर क्रांति के जनक राजीव गांधी की 79वीं जंयती, जानें क्यों हुआ था उनपर आतंकी हमला - राजीव गांधी

भारत के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 79वीं जयंती आज मनाई जा रही है. इस अवसर राष्ट्र के विकास और सामाजिक सद्भावना स्थापित करने में उनके योगदान के बारे में याद किया जा रहा है. पढ़ें पूरी खबर..

Sadbhavana Diwas 2023
राजीव गांधी
author img

By

Published : Aug 20, 2023, 10:25 AM IST

हैदराबाद : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती, 20 अगस्त को हर साल सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है. अंग्रेजी में "सद्भावना" का अर्थ Goodwill होता है. सद्भाव दिवस मनाने का उद्देश्य सभी धर्मों के बीच शांति, राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव को प्रोत्साहित करना है. इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, देश भर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं. अलग-अलग धर्म-समुदाय के लोग मिलकर काम करते हैं और अपने आसपास शांति और सद्भाव स्थापित करने का संकल्प भी लेते हैं. 2023 में सद्भावना दिवस विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह राजीव की 79वीं जयंती है. सद्भावना दिवस का प्राथमिक उद्देश्य, विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए है.

Rajiv Gandhi
राजीव गांधी (फाइल फोटो)

सद्भावना दिवस का इतिहास: राजीव गांधी की हत्या तमिनाडु के श्रीपेरंबदूर में की गई थी. यह हत्या लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) के एक आत्मघाती हमलावर ने की थी. एक उग्रवादी संगठन जो श्रीलंका में एक स्वतंत्र तमिल राज्य की मांग कर रहा है. सद्भावना दिवस की शुरुआत राजीव गांधी की असामयिक मृत्यु के एक वर्ष बाद 1992 में की गई थी.

Rajiv Gandhi
भारत के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी (फाइल फोटो)
Rajiv Gandhi
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (फाइल फोटो)

सद्भावना दिवस: राजीव गांधी के बारे में रोचक तथ्य

  • राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त, 1944 को हुआ था. वह भारत के सबसे कम उम्र के प्रधान मंत्री बने. जब उन्होंने यह पद संभाला तब वह केवल 40 वर्ष के थे. प्रतिष्ठित दून स्कूल में जाने से पहले उन्होंने देहरादून के वेल्हम प्रेप में (Welham Prep in Dehra Dun) अध्ययन किया. इसके बाद वे कैम्ब्रिज में ट्रिनिटी कॉलेज और वहां से इंपीरियल कॉलेज (लंदन) में पढ़ाई करने गये. राजीव गांधी भारत के पहले प्रधान मंत्री- जवाहरलाल नेहरू के पोते थे. उसकी मां, इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं.
  • कैंब्रिज में राजीव गांधी की मुलाकात सोनिया गांधी से हुई. 1968 में, उन्होंने शादी कर ली और सोनिया गांधी अपनी सास, तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के घर में रहने चली गईं. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद वह प्रधान मंत्री बने. राजीव गांधी ने देखरेख की देश में सूचना प्रौद्योगिकी के उदय सहित महत्वपूर्ण ऐतिहासिक प्रगति हुई. सबसे युवा प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने हमेशा भारत में अखंडता, सांप्रदायिक सद्भाव, एकता को बढ़ावा दिया. उन्हें शेष विश्व में सद्भावना का राजदूत (Ambassador of Goodwill) भी माना जाता था. वह आधुनिक मानसिकता के थे और उन्होंने हमेशा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम किया.
  • 1991 में चुनाव प्रचार के दौरान लिबरेशन टाइगर्स द्वारा राजीव गांधी की हत्या कर दी गई.
  • उनकी स्मृति में कांग्रेस पार्टी ने 1992 में राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार की स्थापना की. राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार उन लोगों को मान्यता देता है जिन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया है. सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए चयनित लोगों को पुरस्कार के रूप में एक प्रशस्ति पत्र और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलता है.
  • राजीव गांधी का आधुनिक दृष्टिकोण देश की प्रगति में उनके योगदान में परिलक्षित होता था. उन्होंने भारत में उच्च शिक्षा के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए 1986 में एक राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रस्ताव रखा.
  • राजीव गांधी ने एक केंद्र सरकार-आधारित संस्थान, जवाहर नवोदय विद्यालय की भी स्थापना की. (जेएनवी) ने उसी वर्ष निःशुल्क कक्षा 6वीं से कक्षा 12वीं तक आवासीय शिक्षा प्रदान करके समाज के ग्रामीण हिस्से का विकास के लिए बेहतर कदम उठाया.
  • इसके बाद, राजीव गांधी के नेतृत्व में 1986 में महानगर टेलीफोन निगम (MTNL) की स्थापना की गई. उन्होंने दूरदराज के क्षेत्रों में टेलीफोन सेवा का विस्तार करने के लिए सार्वजनिक कॉल कार्यालय (पीसीओ) की भी स्थापना की.

ये भी पढ़ें

हैदराबाद : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती, 20 अगस्त को हर साल सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है. अंग्रेजी में "सद्भावना" का अर्थ Goodwill होता है. सद्भाव दिवस मनाने का उद्देश्य सभी धर्मों के बीच शांति, राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव को प्रोत्साहित करना है. इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, देश भर में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं. अलग-अलग धर्म-समुदाय के लोग मिलकर काम करते हैं और अपने आसपास शांति और सद्भाव स्थापित करने का संकल्प भी लेते हैं. 2023 में सद्भावना दिवस विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह राजीव की 79वीं जयंती है. सद्भावना दिवस का प्राथमिक उद्देश्य, विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए है.

Rajiv Gandhi
राजीव गांधी (फाइल फोटो)

सद्भावना दिवस का इतिहास: राजीव गांधी की हत्या तमिनाडु के श्रीपेरंबदूर में की गई थी. यह हत्या लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) के एक आत्मघाती हमलावर ने की थी. एक उग्रवादी संगठन जो श्रीलंका में एक स्वतंत्र तमिल राज्य की मांग कर रहा है. सद्भावना दिवस की शुरुआत राजीव गांधी की असामयिक मृत्यु के एक वर्ष बाद 1992 में की गई थी.

Rajiv Gandhi
भारत के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी (फाइल फोटो)
Rajiv Gandhi
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (फाइल फोटो)

सद्भावना दिवस: राजीव गांधी के बारे में रोचक तथ्य

  • राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त, 1944 को हुआ था. वह भारत के सबसे कम उम्र के प्रधान मंत्री बने. जब उन्होंने यह पद संभाला तब वह केवल 40 वर्ष के थे. प्रतिष्ठित दून स्कूल में जाने से पहले उन्होंने देहरादून के वेल्हम प्रेप में (Welham Prep in Dehra Dun) अध्ययन किया. इसके बाद वे कैम्ब्रिज में ट्रिनिटी कॉलेज और वहां से इंपीरियल कॉलेज (लंदन) में पढ़ाई करने गये. राजीव गांधी भारत के पहले प्रधान मंत्री- जवाहरलाल नेहरू के पोते थे. उसकी मां, इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं.
  • कैंब्रिज में राजीव गांधी की मुलाकात सोनिया गांधी से हुई. 1968 में, उन्होंने शादी कर ली और सोनिया गांधी अपनी सास, तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के घर में रहने चली गईं. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद वह प्रधान मंत्री बने. राजीव गांधी ने देखरेख की देश में सूचना प्रौद्योगिकी के उदय सहित महत्वपूर्ण ऐतिहासिक प्रगति हुई. सबसे युवा प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने हमेशा भारत में अखंडता, सांप्रदायिक सद्भाव, एकता को बढ़ावा दिया. उन्हें शेष विश्व में सद्भावना का राजदूत (Ambassador of Goodwill) भी माना जाता था. वह आधुनिक मानसिकता के थे और उन्होंने हमेशा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम किया.
  • 1991 में चुनाव प्रचार के दौरान लिबरेशन टाइगर्स द्वारा राजीव गांधी की हत्या कर दी गई.
  • उनकी स्मृति में कांग्रेस पार्टी ने 1992 में राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार की स्थापना की. राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार उन लोगों को मान्यता देता है जिन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया है. सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए चयनित लोगों को पुरस्कार के रूप में एक प्रशस्ति पत्र और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलता है.
  • राजीव गांधी का आधुनिक दृष्टिकोण देश की प्रगति में उनके योगदान में परिलक्षित होता था. उन्होंने भारत में उच्च शिक्षा के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए 1986 में एक राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रस्ताव रखा.
  • राजीव गांधी ने एक केंद्र सरकार-आधारित संस्थान, जवाहर नवोदय विद्यालय की भी स्थापना की. (जेएनवी) ने उसी वर्ष निःशुल्क कक्षा 6वीं से कक्षा 12वीं तक आवासीय शिक्षा प्रदान करके समाज के ग्रामीण हिस्से का विकास के लिए बेहतर कदम उठाया.
  • इसके बाद, राजीव गांधी के नेतृत्व में 1986 में महानगर टेलीफोन निगम (MTNL) की स्थापना की गई. उन्होंने दूरदराज के क्षेत्रों में टेलीफोन सेवा का विस्तार करने के लिए सार्वजनिक कॉल कार्यालय (पीसीओ) की भी स्थापना की.

ये भी पढ़ें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.