मुंबई : गुरुवार की सुबह शेयर बाजार में लिस्टिंग के साथ ही पेटीएम और उसके आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों को तगड़ा झटका लगा है. कंपनी का शेयर करीब 9 फीसदी डिस्काउंट के साथ शेयर बाजार में लिस्ट हुआ. जो शाम होते होते निवेशकों के लिए बड़े घाटे का सौदा साबित हुआ, खासकर छोटे निवेशकों के लिए तो पेटीएम का शेयर किसी बुरे सपने की तरह था.
दिनभर गिरता रहा पेटीएम का शेयर
कंपनी ने जिस शेयर का इश्यू प्राइस 2150 रुपये रखा गया था उसकी लिस्टिंग ही 1955 रुपये में हुई यानि निवेशकों को लिस्टिंग के साथ ही हर शेयर पर 195 रुपये का घाटा हो गया. शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद शेयर लगातार गिरता रहा. 10 फीसदी डिस्काउंड पर लिस्ट हुए शेयर 20 फीसदी और फिर दोपहर बार 23 फीसदी तक गिर गया. गिरावट का ये दौर बाजार बंद होने तक जारी रहा. जब बाजार बंद हुआ तो इश्यू प्राइस से करीब 27 फीसदी गिरकर एक शेयर की कीमत 1560 रुपये तक पहुंच गई.
हर शेयर पर 590 रु. का नुकसान
लिस्टिंग के साथ शुरू हुआ सिलसिला मार्किट बंद होने तक जारी रहा और गुरुवार सुबह 1950 पर लिस्ट हुआ पेटीएम का शेयर बाजार बंद होने तक 1560 रुपये तक पहुंच गया. लिस्टिंग आधार पर देखें तो ये करीब 27 फीसदी की गिरावट है जो लिस्टिंग प्राइस से 390 रुपये कम है. वहीं अगर इश्यू प्राइस से इसकी तुलना करें तो पेटीएम आईपीओ में पैसे लगाने वालों का नुकसान और अधिक हो जाता है. पेटीएम का इश्यू प्राइस प्रति शेयर 2150 था जो बाजार बंद होने पर 1560 तक पहुंचा, इस लिहाज से ये रकम इश्यू प्राइस से 27 फीसदी ज्यादा है. यानि पेटीएम में पैसे लगाने वाले को प्रति शेयर 590 रुपये का नुकसान हुआ है.
पेटीएम का मार्केट कैप भी घटा
गुरुवार को लिस्टिंग के समय पेटीएम का मार्केट कैप 1.27 लाख करोड़ रुपये था. जो बाजार बंद होते होते 1.01 लाख करोड़ तक पहुंच गया. अगर पेटीएम का शेयर अपने इश्यू प्राइस 2150 पर लिस्ट होता तो कंपनी का मार्केट कैप 1.48 लाख करोड़ रुपये होता, इसकी तुलना में शाम होते-होते पेटीएम का मार्केट कैप 47 हजार करोड़ रुपये कम हो गया.
सबसे बड़ा आईपीओ धड़ाम
दरअसल देश के सबसे बड़े डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One 97 Communications) जो आईपीओ लेकर आई थी. वो 18300 करोड़ रुपये के साथ देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था. लेकिन इस आईपीओ को उम्मीद के मुताबिक रिस्पॉन्स नहीं मिला.
कंपनी निवेशकों को दिला रही भरोसा
देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने वाली पेटीएम (paytm) के शेयर्स आज बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो गए हैं. हालांकि, कंपनी के शेयर मार्केट डेब्यू कमजोर रहा. हालांकि, कमजोर शुरूआत के बावजूद कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन 1 लाख करोड़ के पार पहुंच गया.वहीं मार्केट विश्लेषकों का मानना है कि पेटीएम का एक्सपेंसिव वैल्यूएशन यानी ऊंची कीमत इसके स्टॉक प्राइस में गिरावट की वजह रही है. कंपनी इस आईपीओ के जरिए 18,300 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य पर काम कर रही है और इस आईपीओ के जरिए ये लक्ष्य हासिल होने का भरोसा जता रही थी.
दरअसल, पेटीएम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट किया है. इस पोस्ट में लिखा है- आप हैं, तो हम हैं. इससे पहले पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी फीलिंग बताई. वहीं लिस्टिंग से पहले उन्होंने लिखा- भारतीय क्रिकेट टीम जैसा अहसास हो रहा है. पिछले 11 वर्षों में भारत तेजी से बदला है, कोल इंडिया से फिनटेक (पेटीएम) तक का सफर गवाह है. इसके साथ ही विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम यूजर्स को भी धन्यवाद दिया है.
निवेशक क्या करें ?
पेटीएम के आईपीओ के वक्त ही बाजार के ज्यादातर जानकार इसकी टाइमिंग से लेकर इश्यू प्राइस और कंपनी की परफॉर्मेंस को देखते हुए इसे फायदे का सौदा नहीं बता रहे थे लेकिन इसका अंदाजा किसी ने भी नहीं लगाया था कि लिस्टिंग के दिन ही शेयर इश्यू प्राइस से इतना नीचे पहुंच जाएगा. अब कई जानकार मानते हैं कि आने वाले दिनों में ये शेयर और भी गिर सकता है. जानकारों का मानना है कि अगर लंबे वक्त के लिए शेयर रखना चाहते हैं तो रख सकते हैं लेकिन अगर निकट भविष्य में शेयर बेचने की सोच रहे हैं तो ये घाटे का सौदा साबित होगा क्योंकि ये शेयर और भी कमजोर हो सकता है.