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यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की अपील-स्थिति तनावपूर्ण, सरकार जल्द सुरक्षित निकाले

रूस ने यूक्रेन पर हमला (russia ukraine war) कर दिया है, जिसके बाद यूक्रेन के कई शहरों में तबाही मची हुई है. लोग शहर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर पनाह ले रहे हैं. यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीयों के फंसे होने की खबरें हैं. हालांकि भारतीय दूतावास ने कहा कि कोई भी भारतीय व्याकुल न हों, वे जहां भी हैं, सुरक्षित रहें. इस बीच वहां फंसे कुछ स्टूडेंट्स ने अपनी व्यथा बताई. सरकार से जल्द सुरक्षित निकालने की अपील की. पढ़े खास रिपोर्ट.

russia ukraine war
रूस ने किया यूक्रेन पर हमला
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Published : Feb 24, 2022, 7:52 PM IST

Updated : Feb 24, 2022, 10:24 PM IST

हैदराबाद : रूस ने यूक्रेन पर हमला (russia ukraine war) कर दिया है. धीरे-धीरे स्थिति बिगड़ती जा रही है. इस युद्ध की वजह से यूक्रेन के अलग-अलग शहरों की यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हजारों भारतीय छात्र फंस (indian students in ukraine) गए हैं. सभी छात्रों में डर का माहौल है. कुछ छात्रों का कहना है कि इंडियन एम्बेसी में फोन रिसीव नहीं हो रहे हैं, जिससे उन्हें मदद नहीं मिल पा रही है. उधर देर रात एक राहत भरी खबर ये आई कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कीव में दूतावास के पास एक स्कूल में 200 से अधिक भारतीय छात्रों को इकट्ठा किया है.

  • #WATCH यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कीव में दूतावास के पास एक स्कूल में 200 से अधिक भारतीय छात्रों को इकट्ठा किया है।

    (सोर्स: कीव, यूक्रेन में भारतीय दूतावास) pic.twitter.com/IqKEEaL25I

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कीव में हुई बमबारी के बाद यूक्रेन के शहर यूजहॉर्ड (uzhhorod) में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे पंजाब के रहने वाले छात्र साहिब शर्मा (punjab students in ukraine) से हरियाणा फरीदाबाद के संवाददाता रुस्तम जाखड़ ने वहां के हालात पर खास बातचीत की. साहिब शर्मा ने बताया कि यहां से सैकड़ों की संख्या में छात्र भारतीय दूतावास गए हुए हैं और यहां पर अफरा-तफरी का माहौल तो नहीं है, लेकिन सुबह से ही लोग एटीएम मशीनों के बाहर लाइन लगाकर खड़े हुए हैं और पैसा निकाल रहे हैं. लोग राशन और दूसरी जरूरत का सामान भी इकट्ठा कर रहे हैं. इसके साथ ही बहुत सारे लोग शहर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं.

साहिब शर्मा से बातचीत

साहिब शर्मा ने बताया कि भारतीय दूतावास में उन्होंने भी संपर्क किया था और उनको अभी यहीं पर रुकने के लिए बोला (indian students in ukraine) गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां पर स्थानीय पुलिस सहित दूसरे लोग भी युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रहे हैं. पिछले कई हफ्तों से लगातार यहां के नागरिक हथियारों के साथ युद्ध अभ्यास कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय छात्र और दूसरे लोग यहां से निकलना चाहते हैं, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है.

साहिब शर्मा ने कहा कि उनकी भारत सरकार से बस यही अपील है कि यहां फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाए. यहां पर हालात बिगड़ने में वक्त नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि वह कीव से बहुत दूर हैं, लेकिन यूक्रेन पर हमले का असर यहां पर भी साफ दिखाई दे रहा है.

उधर, पानीपत की श्रुति त्यागी (panipat students in ukraine) यूक्रेन के शुमी शहर में एमबीबीएस की तैयारी कर रही हैं. उनका परिवार पानीपत के सनौली में रहता है. पानीपत से 'ईटीवी भारत' के रिपोर्टर राजेश ने फोन के जरिए श्रुति से बातचीत की. श्रुति (shruti tyagi of panipat in ukraine) ने बताया कि वीरवार सुबह से शहर में अफरा-तफरी का माहौल है. लोग शहर छोड़ने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे. कुछ लोग खाने पीने का सामान स्टोर कर रहे थे, ताकि आपातकाल स्थिति में कोई दिक्कत ना हो. भारी संख्या में सड़कों पर फौजियों का बल तैनात था. यहां पर माहौल असामान्य है. लोगों में भय की स्थिति बनी हुई है.

उनकी सरकार से मांग है कि उनको यहां से निकाला जाए. यहां श्रुति के भाई लक्ष्य त्यागी ने बताया कि इस वक्त बहुत डरे हुए हैं और बात करने की स्थिति में नहीं हैं. जल्द ही दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं. वहीं,

कश्मीर के करीब 180 छात्र फंसे हैं

कश्मीरी छात्र
यूक्रेन में कश्मीर के करीब 180 युवा वहां पढ़ाई कर रहे हैं, जिनके माता-पिता परेशान हैं. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जहां सभी छात्रों को आपात स्थिति में वापस लाने के लिए कदम उठाए हैं, वहीं कुछ छात्रों ने स्थिति के बारे में बात करते हुए अपने वीडियो 'ईटीवी भारत' के साथ साझा किए. श्रीनगर के नौगाम इलाके के निवासी उजैर हमीद ने कहा कि वह सुरक्षित हैं हालांकि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है. उन्होंने बताया कि 'मैं यूक्रेन की राजधानी से लगभग 1,200 किलोमीटर दूर हूं. यहां सब कुछ ठीक है, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. हम भारत सरकार से आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द हमें यहां से निकाला जाए क्योंकि हमें नहीं पता कि युद्ध कितनी दूर है.'

वहीं, श्रीनगर के बेमिना इलाके के रहने वाले एक अन्य छात्र नेहरान नूर ने कहा कि वह ऑपरेशन साइट से सिर्फ 35 किमी दूर हैं. उन्होंने कहा, 'हम सब ठीक हैं. घबराने की कोई बात नहीं है. कल हमने धमाकों की आवाज सुनी लेकिन आज की स्थिति सामान्य है. मैं एक निर्धारित परीक्षा के कारण वापस रुक गया.'

श्रीनगर के रहने वाले इरफान अहमद ने फोन पर बताया कि 'मेरा बेटा यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है और मैं चिंतित हूं क्योंकि मेरा उससे संपर्क टूट गया है.'

सभी कश्मीरी छात्रों को सुरक्षित लाया जाएगा : अधिकारी
इस बीच अधिकारियों ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि राजभवन ने यूक्रेन में पढ़ रहे सभी छात्रों को आपातकालीन आधार पर वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने कहा, 'हम यूक्रेन के दूतावास के अधिकारियों के संपर्क में हैं और सभी कश्मीरी छात्रों को सुरक्षित वापस लाया जाएगा.'

राजस्थान के छात्र ने भी लगाई गुहार

राजस्थान से रिपोर्ट
ईटीवी भारत ने यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट लक्ष्य से वीडियो कॉल (ETV Bharat talk to Medical student Lakshya in Ukraine) के जरिये बात की. लक्ष्य ने ईटीवी भारत के जरिए भारत सरकार से वतन वापसी के लिए व्यवस्था करने की अपील की है. लक्ष्य ने बताया कि वहां पर बमबारी शुरू हो चुकी है. सुबह से ही कई जगह पर बम के गोले दागे गए हैं. युद्ध के इस माहौल में अब उन्हें घर वापसी की चिंता सताने लगी है. लक्ष्य ने कहा कि यूक्रेन सरकार ने बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है. साथ ही खाद्य सामग्री एकत्रित करके रखने के लिए भी निर्देश दे दिए हैं. ऐसे में अब इस बात की चिंता सताने लगी है कि पता नहीं यहां पर यह माहौल कितने दिन रहेगा?. लक्ष्य ने भारत सरकार से अपील की है कि वह भारतीय स्टूडेंट्स को वापस इंडिया लाने के लिए विशेष व्यवस्था करें.

पढ़ें- यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा, 'व्याकुल न हों, जहां भी हैं, सुरक्षित रहें'

ये भी पढ़ें : यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद कैसे हैं हालात, देखिए सेटेलाइट तस्वीरें और वीडियो

पढ़ें- Russia Ukraine war : रक्षामंत्री राजनाथ बोले- यूक्रेन से निकाले जा रहे भारतीय, शांति चाहता है भारत

पढ़ें- रूस के हमलों से दहला यूक्रेन, पीएम मोदी से मांगी मदद

हैदराबाद : रूस ने यूक्रेन पर हमला (russia ukraine war) कर दिया है. धीरे-धीरे स्थिति बिगड़ती जा रही है. इस युद्ध की वजह से यूक्रेन के अलग-अलग शहरों की यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हजारों भारतीय छात्र फंस (indian students in ukraine) गए हैं. सभी छात्रों में डर का माहौल है. कुछ छात्रों का कहना है कि इंडियन एम्बेसी में फोन रिसीव नहीं हो रहे हैं, जिससे उन्हें मदद नहीं मिल पा रही है. उधर देर रात एक राहत भरी खबर ये आई कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कीव में दूतावास के पास एक स्कूल में 200 से अधिक भारतीय छात्रों को इकट्ठा किया है.

  • #WATCH यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कीव में दूतावास के पास एक स्कूल में 200 से अधिक भारतीय छात्रों को इकट्ठा किया है।

    (सोर्स: कीव, यूक्रेन में भारतीय दूतावास) pic.twitter.com/IqKEEaL25I

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कीव में हुई बमबारी के बाद यूक्रेन के शहर यूजहॉर्ड (uzhhorod) में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे पंजाब के रहने वाले छात्र साहिब शर्मा (punjab students in ukraine) से हरियाणा फरीदाबाद के संवाददाता रुस्तम जाखड़ ने वहां के हालात पर खास बातचीत की. साहिब शर्मा ने बताया कि यहां से सैकड़ों की संख्या में छात्र भारतीय दूतावास गए हुए हैं और यहां पर अफरा-तफरी का माहौल तो नहीं है, लेकिन सुबह से ही लोग एटीएम मशीनों के बाहर लाइन लगाकर खड़े हुए हैं और पैसा निकाल रहे हैं. लोग राशन और दूसरी जरूरत का सामान भी इकट्ठा कर रहे हैं. इसके साथ ही बहुत सारे लोग शहर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं.

साहिब शर्मा से बातचीत

साहिब शर्मा ने बताया कि भारतीय दूतावास में उन्होंने भी संपर्क किया था और उनको अभी यहीं पर रुकने के लिए बोला (indian students in ukraine) गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां पर स्थानीय पुलिस सहित दूसरे लोग भी युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रहे हैं. पिछले कई हफ्तों से लगातार यहां के नागरिक हथियारों के साथ युद्ध अभ्यास कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय छात्र और दूसरे लोग यहां से निकलना चाहते हैं, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है.

साहिब शर्मा ने कहा कि उनकी भारत सरकार से बस यही अपील है कि यहां फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाए. यहां पर हालात बिगड़ने में वक्त नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि वह कीव से बहुत दूर हैं, लेकिन यूक्रेन पर हमले का असर यहां पर भी साफ दिखाई दे रहा है.

उधर, पानीपत की श्रुति त्यागी (panipat students in ukraine) यूक्रेन के शुमी शहर में एमबीबीएस की तैयारी कर रही हैं. उनका परिवार पानीपत के सनौली में रहता है. पानीपत से 'ईटीवी भारत' के रिपोर्टर राजेश ने फोन के जरिए श्रुति से बातचीत की. श्रुति (shruti tyagi of panipat in ukraine) ने बताया कि वीरवार सुबह से शहर में अफरा-तफरी का माहौल है. लोग शहर छोड़ने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे. कुछ लोग खाने पीने का सामान स्टोर कर रहे थे, ताकि आपातकाल स्थिति में कोई दिक्कत ना हो. भारी संख्या में सड़कों पर फौजियों का बल तैनात था. यहां पर माहौल असामान्य है. लोगों में भय की स्थिति बनी हुई है.

उनकी सरकार से मांग है कि उनको यहां से निकाला जाए. यहां श्रुति के भाई लक्ष्य त्यागी ने बताया कि इस वक्त बहुत डरे हुए हैं और बात करने की स्थिति में नहीं हैं. जल्द ही दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं. वहीं,

कश्मीर के करीब 180 छात्र फंसे हैं

कश्मीरी छात्र
यूक्रेन में कश्मीर के करीब 180 युवा वहां पढ़ाई कर रहे हैं, जिनके माता-पिता परेशान हैं. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जहां सभी छात्रों को आपात स्थिति में वापस लाने के लिए कदम उठाए हैं, वहीं कुछ छात्रों ने स्थिति के बारे में बात करते हुए अपने वीडियो 'ईटीवी भारत' के साथ साझा किए. श्रीनगर के नौगाम इलाके के निवासी उजैर हमीद ने कहा कि वह सुरक्षित हैं हालांकि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है. उन्होंने बताया कि 'मैं यूक्रेन की राजधानी से लगभग 1,200 किलोमीटर दूर हूं. यहां सब कुछ ठीक है, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. हम भारत सरकार से आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द हमें यहां से निकाला जाए क्योंकि हमें नहीं पता कि युद्ध कितनी दूर है.'

वहीं, श्रीनगर के बेमिना इलाके के रहने वाले एक अन्य छात्र नेहरान नूर ने कहा कि वह ऑपरेशन साइट से सिर्फ 35 किमी दूर हैं. उन्होंने कहा, 'हम सब ठीक हैं. घबराने की कोई बात नहीं है. कल हमने धमाकों की आवाज सुनी लेकिन आज की स्थिति सामान्य है. मैं एक निर्धारित परीक्षा के कारण वापस रुक गया.'

श्रीनगर के रहने वाले इरफान अहमद ने फोन पर बताया कि 'मेरा बेटा यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है और मैं चिंतित हूं क्योंकि मेरा उससे संपर्क टूट गया है.'

सभी कश्मीरी छात्रों को सुरक्षित लाया जाएगा : अधिकारी
इस बीच अधिकारियों ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि राजभवन ने यूक्रेन में पढ़ रहे सभी छात्रों को आपातकालीन आधार पर वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने कहा, 'हम यूक्रेन के दूतावास के अधिकारियों के संपर्क में हैं और सभी कश्मीरी छात्रों को सुरक्षित वापस लाया जाएगा.'

राजस्थान के छात्र ने भी लगाई गुहार

राजस्थान से रिपोर्ट
ईटीवी भारत ने यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट लक्ष्य से वीडियो कॉल (ETV Bharat talk to Medical student Lakshya in Ukraine) के जरिये बात की. लक्ष्य ने ईटीवी भारत के जरिए भारत सरकार से वतन वापसी के लिए व्यवस्था करने की अपील की है. लक्ष्य ने बताया कि वहां पर बमबारी शुरू हो चुकी है. सुबह से ही कई जगह पर बम के गोले दागे गए हैं. युद्ध के इस माहौल में अब उन्हें घर वापसी की चिंता सताने लगी है. लक्ष्य ने कहा कि यूक्रेन सरकार ने बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी है. साथ ही खाद्य सामग्री एकत्रित करके रखने के लिए भी निर्देश दे दिए हैं. ऐसे में अब इस बात की चिंता सताने लगी है कि पता नहीं यहां पर यह माहौल कितने दिन रहेगा?. लक्ष्य ने भारत सरकार से अपील की है कि वह भारतीय स्टूडेंट्स को वापस इंडिया लाने के लिए विशेष व्यवस्था करें.

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Last Updated : Feb 24, 2022, 10:24 PM IST
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