नई दिल्ली : हवाई जहाज की तर्ज पर अब रेलगाड़ियों के कोच भी एल्युमीनियम के बनाए जाएंगे. लंबे समय से इसे लेकर चल रही प्लानिंग अब फलीभूत होती दिख रही है. अगले साल तक भारतीय रेल में एलुमिनियम कोच की पहली खेप आ सकती है, जिसके बाद गाड़ियों की रफ्तार और यात्रियों की सहूलियत बढ़ जाने का दावा है.
जानकारी के मुताबिक, रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री एलुमिनियम कोच बनाने की तैयारियों में जुट गई है. इन कोच का इस्तेमाल राजधानी और शताब्दी जैसी प्रीमियम गाड़ियों में किया जाएगा. उत्तर रेलवे से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक स्टेनलेस स्टील के बाद एलुमिनियम कोच भारतीय रेल को एक नई दिशा देंगे.
बताया गया कि इस तरह के कोच का सबसे पहला फायदा रेलगाड़ियों की स्पीड बढ़ाने में मिलेगा. यह कोच हल्के होते हैं और इसलिए इनकी लागत कम होती है. 40-45 साल तक धड़ल्ले से इस्तेमाल किए जा सकने वाले यह कोच यात्रियों के आराम का ध्यान रखते हुए बनाए जाएंगे. दावा है कि दुर्घटना की स्थिति में इस कोच में बैठे लोगों को कम से कम नुकसान होगा.
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगले साल फरवरी महीने तक ऐसे कोच बनकर तैयार होंगे. इसे लेकर अभी जानकारी सार्वजनिक नहीं कि गई है लेकिन बहुत उम्मीद है कि जून-जुलाई से ये गाड़ियों में दिखने लगें. ऐसे कोच सीधे तौर पर यात्रियों के साथ रेलवे को भी फायदा पहुंचाएंगे.