नई दिल्ली : श्रीलंका में पकड़े गए भारतीय मछुआरों के संबंध में विदेश मंत्रालय ने कहा है कि श्रीलंका प्रशासन द्वारा हिरासत में लिए जाने के मामले के संबंध में भारत सरकार ने श्रीलंका सरकार से बात की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने इन भारतीय मछुआरों की शीघ्र रिहाई का मुद्दा उठाया जिसके चलते 12 मछुआरों को रिहा किया जा चुका है. भारतीय उच्चायोग बाकी मछुआरों की जल्द से जल्द रिहाई के लिए प्रयास कर रहा है.
उन्होंने बताया कि श्रीलंका ने 68 मछुआरों को हिरासत में लिया था जिनमें से 12 को छोड़ दिया है. प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देश मछुआरों के विषय पर संयुक्त कार्य समूह की जल्द बैठक बुलाने के बारे में विचार विमर्श कर रहे हैं.
इसके अलावा श्रीलंका की कैबिनेट ने त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्मों (Trincomalee oil tank farms) को मंजूरी दे दी है. इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा, हमने इस पर रिपोर्ट देखी है. ऊर्जा सुरक्षा श्रीलंका के साथ हमारे द्विपक्षीय सहयोग का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, हम त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्मों के आधुनिकीकरण के लिए श्रीलंका के साथ परामर्श कर रहे हैं, इससे ईंधन भंडारण में मदद मिलेगी.
भारत ने कहा कि श्रीलंका में त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्म परियोजना द्विपक्षीय ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेगी. विदेश मंत्रालय की ओर से यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब कुछ ही दिन पहले श्रीलंका ने भारत के साथ काफी समय से लंबित इस परियोजना को मंजूरी प्रदान कर दी है.
उन्होंने कहा कि हमने त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्म का भारत के साथ संयुक्त रूप से विकास करने के सौदे को श्रीलंका के कैबिनेट द्वारा मंजूरी दिये जाने संबंधी खबरों को देखा है. उन्होंने कहा कि हम श्रीलंका सरकार के साथ त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्म के आधुनिकीकरण के बारे में विचार विमर्श कर रहे हैं . इससे ईंधन के भंडारण की सुविधा मिलेगी और द्विपक्षीय ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी.
इससे पहले मछुआरों की रिहाई से जुड़े एक अहम घटनाक्रम में श्रीलंका की एक अदालत ने उन 12 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया, जिन्हें देश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. यहां भारतीय उच्चायोग इन मछुआरों को तमिलनाडु भेजने के लिए कदम उठा रहा है.
मन्नार की अदालत द्वारा रिहा किए गए मछुआरों को श्रीलंका की नौसेना ने 19 दिसंबर, 2021 को मन्नार में हिरासत में लिया था. जाफना में भारत के वाणिज्य दूतावास ने ट्विटर पर कहा, 'हिरासत में लिए गए इन 12 मछुआरों को बृहस्पतिवार को मन्नार अदालत ने रिहा कर दिया. जाफना में महावाणिज्य दूतावास (सीजी जाफना) ने अदालत में मछुआरों के मामलों का प्रतिनिधित्व कर उन्हें कानूनी सहायता प्रदान की और उनकी शीघ्र रिहाई में मदद की.'
इससे पहले, यहां भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर पर कहा कि 'मन्नार में अपने वकील से यह जानकर खुशी हुई कि तमिलनाडु के 13 भारतीय मछुआरों को रिहा किया जा रहा है.' भारतीय उच्चायोग ने कहा कि 'अदालत के फैसले के तुरंत बाद हमारे अधिकारी ने भारतीय मछुआरों से मुलाकात की और उन्हें मिठाई दी. हम उनकी जल्द वापसी के लिए कदम उठा रहे हैं.'
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पिछले महीने भारत ने श्रीलंका के अधिकारियों द्वारा तमिलनाडु के 68 मछुआरों को हिरासत में लिए जाने पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि मछुआरों की 'जल्द रिहाई' का मुद्दा श्रीलंका के समक्ष उठाया गया है. मछुआरों का मुद्दा भारत और श्रीलंका के संबंधों में अड़चनों में से एक बना हुआ है.
(इनपुट-पीटीआई-भाषा)