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अलास्का में आज से 15 दिन का सैन्य अभ्यास शुरू करेंगे भारत, अमेरिका

भारत और अमेरिका द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को और बढ़ाने के लिए शुक्रवार से अलास्का में 15 दिन का सैन्य अभ्यास शुरू करेंगे. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर..

भारत, अमेरिका
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Published : Oct 14, 2021, 10:01 PM IST

Updated : Oct 15, 2021, 7:27 AM IST

नई दिल्ली : भारत और अमेरिका द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को और बढ़ाने के लिए आज से अलास्का में 15 दिन का सैन्य अभ्यास शुरू करेंगे. भारतीय सेना ने गुरुवार को कहा कि युद्ध अभ्यास नाम के इस सैन्याभ्यास के 17वें संस्करण का आयोजन अलास्का में ज्वाइंट बेस एलमंडोर्फ रिचर्डसन में 15 से 29 अक्टूबर तक किया जाएगा.

इसमें भारतीय जत्थे में भारतीय सेना की इन्फेंट्री बटालियन के 350 जवान शामिल होंगे. इस अभ्यास का पिछला संस्करण फरवरी में बीकानेर की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया था.

सेना ने कहा कि यह अभ्यास दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक और कदम है. अभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच समझ, सहयोग और अंतर-सक्रियता को बढ़ाना है.

उसने कहा कि सैन्याभ्यास में ठंडी जलवायु स्थिति में सामूहिक सैन्य व्यूह-रचनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और इसका प्रमुख उद्देश्य एक दूसरे से सर्वश्रेष्ठ तरीकों को सीखना तथा रणनीतिक स्तर की युक्तियों को साझा करना है.

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड : भारत-यूके के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास 'अजेय वॉरियर', रण कौशल साझा कर रहे हैं जवान

पिछले कुछ साल में भारत-अमेरिका के रक्षा संबंध बढ़े हैं. जून 2016 में अमेरिका ने भारत को ‘बड़ा रक्षा साझेदार’ बताया थाा.

(पीटीआई भाषा)

नई दिल्ली : भारत और अमेरिका द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को और बढ़ाने के लिए आज से अलास्का में 15 दिन का सैन्य अभ्यास शुरू करेंगे. भारतीय सेना ने गुरुवार को कहा कि युद्ध अभ्यास नाम के इस सैन्याभ्यास के 17वें संस्करण का आयोजन अलास्का में ज्वाइंट बेस एलमंडोर्फ रिचर्डसन में 15 से 29 अक्टूबर तक किया जाएगा.

इसमें भारतीय जत्थे में भारतीय सेना की इन्फेंट्री बटालियन के 350 जवान शामिल होंगे. इस अभ्यास का पिछला संस्करण फरवरी में बीकानेर की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया था.

सेना ने कहा कि यह अभ्यास दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक और कदम है. अभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच समझ, सहयोग और अंतर-सक्रियता को बढ़ाना है.

उसने कहा कि सैन्याभ्यास में ठंडी जलवायु स्थिति में सामूहिक सैन्य व्यूह-रचनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और इसका प्रमुख उद्देश्य एक दूसरे से सर्वश्रेष्ठ तरीकों को सीखना तथा रणनीतिक स्तर की युक्तियों को साझा करना है.

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पिछले कुछ साल में भारत-अमेरिका के रक्षा संबंध बढ़े हैं. जून 2016 में अमेरिका ने भारत को ‘बड़ा रक्षा साझेदार’ बताया थाा.

(पीटीआई भाषा)

Last Updated : Oct 15, 2021, 7:27 AM IST
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