नई दिल्ली: भारत और वियतनाम के अधिकारियों के बीच बुधवार को नई दिल्ली में तीसरी समुद्री सुरक्षा बैठक आयोजित की गई. इस दौरान दोनों देशों ने समुद्री वातावरण को सुरक्षित बनाए रखने के तरीकों समेत अन्य विषयों पर चर्चा की, जो दोनों पक्षों के बीच समावेशी विकास के लिए सुरक्षित और सहायक है. बैठक में भारत और वियतनाम ने समुद्री वैज्ञानिक अनुसंधान, मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर), समुद्री संपर्क और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अपने साझा प्रयासों, मौजूदा ढांचे को और मजबूत करने का संकल्प लिया. भारत-वियतनाम तीसरी समुद्री सुरक्षा वार्ता (3rd Maritime Security Dialogue) 31 मई को नई दिल्ली में आयोजित की गई थी.
सुरक्षित समुद्री वातावरण को बनाए रखने पर जोर
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस संबंध में एक ट्वीट पोस्ट किया. दोनों देशों के अधिकारियों ने बैठक में समावेशी विकास और वैश्विक कल्याण के लिए अनुकूल एक सुरक्षित समुद्री वातावरण को बनाए रखने के तरीकों पर विचार किया. उन्होंने समुद्री क्षेत्र में चल रहे सहयोग की पहल और व्यापक समुद्री सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय तंत्र को मजबूत करने के तरीकों की समीक्षा की.
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मौजूदा ढांचे को और मजबूत करने का संकल्प
दोनों देशों के अधिकारियों ने नौसेना और तटरक्षक सहयोग, समुद्री कानून प्रवर्तन और क्षमता निर्माण सहित समुद्री वैज्ञानिक अनुसंधान, मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर), समुद्री संपर्क और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में अपने साझा प्रयासों और मौजूदा ढांचे को और मजबूत करने का संकल्प लिया. पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर वियतनाम में वार्ता के अगले दौर को आयोजित करने पर सहमति हुई.
(एएनआई)