नई दिल्ली : भारत ने शनिवार को अफगानिस्तान को कोरोना रोधी कोवैक्सीन (COVAXIN ) टीके की पांच लाख खुराक की आपूर्ति की. तालिबान द्वारा युद्ध से प्रभावित रहे अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद मानवीय सहायता (humanitarian assistance to Afghanistan) की यह दूसरी खेप है. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, आने वाले सप्ताह में अफगानिस्तान को टीके की पांच लाख अतिरिक्त खुराक की आपूर्ति की जायेगी.
-
Today, India supplied the next batch of humanitarian assistance to Afghanistan, consisting of 500,000 doses of COVID vaccine (COVAXIN).
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) January 1, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
These were handed over to the Indira Gandhi Hospital in Kabul.
Press Release ➡️ https://t.co/Ti7L1BdewJ pic.twitter.com/XFpII0I8jC
">Today, India supplied the next batch of humanitarian assistance to Afghanistan, consisting of 500,000 doses of COVID vaccine (COVAXIN).
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) January 1, 2022
These were handed over to the Indira Gandhi Hospital in Kabul.
Press Release ➡️ https://t.co/Ti7L1BdewJ pic.twitter.com/XFpII0I8jCToday, India supplied the next batch of humanitarian assistance to Afghanistan, consisting of 500,000 doses of COVID vaccine (COVAXIN).
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) January 1, 2022
These were handed over to the Indira Gandhi Hospital in Kabul.
Press Release ➡️ https://t.co/Ti7L1BdewJ pic.twitter.com/XFpII0I8jC
बयान में कहा गया है कि आज भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के तहत कोरोना रोधी कोवैक्सीन टीके की पांच लाख खुराक की आपूर्ति की. इसे काबुल में इंदिरा गांधी अस्पताल को सौंपा गया. विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत, अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता के तौर खाद्यान्न, कोविड रोधी टीके की 10 लाख खुराक और जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है.
बयान में कहा गया है कि आने वाले सप्ताह में भारत गेहूं की आपूर्ति करेगा और शेष चिकित्सा सहायता पहुंचायेगा. इस संबंध में हम परिवहन संबंधी रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिये संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों एवं अन्य के साथ सम्पर्क में है.
गौरतलब है कि भारत पहले ही पाकिस्तान के रास्ते सड़क मार्ग से होते हुए अफगानिस्तान को 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं एवं दवा भेजने की घोषणा की चुका है. भारत और पाकिस्तान परिवहन संबंधी रूपरेखा को अंतिम रूप दे रहे हैं.
भारत ने अफगानिस्तान में मानवीय संकट से निपटने के लिए उसे निर्वाध रूप से मानवीय सहायता प्रदान करने की वकालत की है. यद्यपिभारत ने अफगानिस्तान में वर्तमान शासन को मान्यता नहीं दी है और वहां सही अर्थों में समावेशी सरकार पर जोर दिया है.
यह भी पढ़ें- अफगानिस्तान में पैसों के लिए मोहताज लोग अपनी संतान बेचने को मजबूर