नयी दिल्ली: भारत अपनी विशाल आबादी, समृद्ध डिजिटल अर्थव्यवस्था और तकनीकी उपयोग के साथ 5जी की ताकत का फायदा उठाने को तैयार है. भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने मंगलवार को यह बात कही. उन्होंने कहा कि भविष्य में 6जी डिजिटल नवाचार में भी खुद को सबसे आगे रखने के लिए भारत तैयार है.
गार्सेटी ने अमेरिका-भारत 5जी और अगली पीढ़ी के नेटवर्क कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में कहा कि भारत और अमेरिका अपने साझा मूल्यों के जरिए यह मानते हैं कि प्रौद्योगिकी न केवल तेज गति या बेहतर संपर्क के बारे में है, बल्कि ये विकास का वाहक भी है. उन्होंने कहा कि भारत अपनी विशाल आबादी, समृद्ध डिजिटल अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ 5जी और 6जी की परिवर्तनकारी शक्ति का लाभ उठाने को तैयार है. इस कार्यशाला का आयोजन अमेरिकी व्यापार और विकास एजेंसी (यूएसटीडीए) ने किया था.
ये भी पढ़ें- MediaTek Dimensity 7050: मीडियाटेक ने भारत में 5जी स्मार्टफोन की शक्ति बढ़ाने के लिए डाइमेंसिटी 7050 किया पेश
आपको बता दें कि 5जी तकनीक की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. देश की टेलीकॉम कंपनियां 5-जी नैटवर्क का सबसे सफल परीक्षण कर चुकी हैं. वर्तमान में भारत के कई शहरों में 5जी सेवाएं शुरू हो गई हैं. भारत विश्व में सबसे तेजी से 5-जी सेवाएं प्रदान करने वाला देश बन गया है.
भारती एयरटेल और रिलायंस जियो का दुनिया में सबसे तेजी से 5-जी सेवाएं प्रदान करना अब नए भारत की बुलंद तस्वीर को दर्शाता है. स्पीड से तुलना की जाए तो 5-जी की स्पीड 4-जी से लगभग 10 गुना ज्यादा है. 5-जी के बाद चौथी औद्योगिक क्रांति की बुनियाद इसके नैटवर्क की दक्षता पर रखी जाएगी, जिससे व्यवसाय में ऑटोमेशन बढ़ेगा तथा शिक्षा एवं कृषि क्षेत्र में इसका प्रत्यक्ष लाभ देखने को मिलेगा.
(पीटीआई-भाषा)