संयुक्त राष्ट्र : भारत ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर एक बार फिर जलवायु परिवर्तन को लेकर अपनी बात रखी. संयुक्त राष्ट्र की 76वीं बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने जलवायु परिवर्तन पर अपनी बात रखीं.
इस दौरान उन्होंने कहा कि विकसित राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के लिए विकासशील देशों को 100 बिलियन डॉलर देते हैं जबकि इससे ज्यादा तो मीडिया कवरेज पर खर्च कर दिया जाता है. विकासशील देशों के लिए यह राशि पर्याप्त नहीं है. उन्होंने कहा कि जलवायु कार्रवाई की प्रतिबद्धता पर अब भी विकसित देशों की ओर से बड़ा अंतर है.
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Large gap still exists on climate action commitment of developed countries to provide USD 100 billion for developing. This amount is less than what NFL earns on media rights: TS Tirumurti, India's Permanent Rep to UN on Climate Action at UNGA76 pic.twitter.com/PC9n8Ic7A7
— ANI (@ANI) October 9, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) October 9, 2021Large gap still exists on climate action commitment of developed countries to provide USD 100 billion for developing. This amount is less than what NFL earns on media rights: TS Tirumurti, India's Permanent Rep to UN on Climate Action at UNGA76 pic.twitter.com/PC9n8Ic7A7
— ANI (@ANI) October 9, 2021
भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के लिए चेरी पिंकिंग (cherry-picking) यानी सामूहिक चयन से दूर रहने की जरूरत है. कुछ राष्ट्रों को सभी के लिए फैसला नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत विकासशील देशों के हित में सदस्य-देशों द्वारा संचालित प्रक्रिया का समर्थन करता है.
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