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कोरोना से निपटने के लिए भारत कर रहा आक्सीजन संबंधी उपकरण जुटाने पर फोकस : श्रृंगला

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कोरोना से लड़ने में देश जो प्रयास कर रहा है उसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारत में टीका उत्पादन को बढ़ाने के लिए व्यापक अतिरिक्त क्षमताओं का निर्माण किया जा रहा है. वहीं अन्य देशों की मदद से चिकित्सीय आपूर्ति की जा रही है.

श्रृंगला
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Published : Apr 29, 2021, 4:17 PM IST

नई दिल्ली : विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 500 से अधिक ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 4,000 ऑक्सीजन सांद्रक, 10,000 ऑक्सीजन सिलेंडर आ रहे हैं.

श्रृंगला ने कहा कि भारत, मिस्र से रेमडेसिविर की 4,00,000 शीशियां खरीदने की दिशा में काम कर रहा है. इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश और उज्बेकिस्तान में भी रेमडेसिविर के स्टाक मौजूद हैं और इनसे संपर्क कर रहे हैं.

विशेष प्रेस वार्ता में विदेश सचिव ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए अमेरिका, रूस, यूरोप, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएई्, खाड़ी देशों, पड़ोसी देशों सहित 40 देशों से सहयोग की पेशकश की गई है.

श्रृंगला ने कहा कि सरकार मुख्य रूप से आक्सीजन उत्पादक संयंत्र, सांद्रक, आक्सीजन सिलिंडर, क्रायोजेनिक टैंकर सहित तरल आक्सीजन हासिल करने पर ध्यान दे रही है.

पढ़ें :- अमेरिका व रूस से चिकित्सा आपूर्ति की पहली खेप शुक्रवार तक पहुंचने की संभावना

उन्होंने कहा कि चिकित्स आपूर्ति सीधी खरीद एवं अन्य माध्यमों से लाई जा रही है.

विदेश सचिव ने कहा कि अमेरिका से तीन विशेष विमानों के अमेरिका से बड़ी मात्रा में चिकित्सीय आपूर्तियां आने वाली है जिसमें से दो विमान शुक्रवार को पहुंचेंगे.

रूस से भी बृहस्पतिवार को भारत को 20 टन चिकित्सा सामग्रियां आई जिनमें आक्सीजन सांद्रक, वेंटीलेटर, दवा शामिल हैं . इसके अलावा दुनिया के कई देशों ने महामारी की स्थिति से निपटने में सहयोग के लिए चिकित्सा आपूर्ति की घोषणा की है.

नई दिल्ली : विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 500 से अधिक ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 4,000 ऑक्सीजन सांद्रक, 10,000 ऑक्सीजन सिलेंडर आ रहे हैं.

श्रृंगला ने कहा कि भारत, मिस्र से रेमडेसिविर की 4,00,000 शीशियां खरीदने की दिशा में काम कर रहा है. इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश और उज्बेकिस्तान में भी रेमडेसिविर के स्टाक मौजूद हैं और इनसे संपर्क कर रहे हैं.

विशेष प्रेस वार्ता में विदेश सचिव ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए अमेरिका, रूस, यूरोप, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएई्, खाड़ी देशों, पड़ोसी देशों सहित 40 देशों से सहयोग की पेशकश की गई है.

श्रृंगला ने कहा कि सरकार मुख्य रूप से आक्सीजन उत्पादक संयंत्र, सांद्रक, आक्सीजन सिलिंडर, क्रायोजेनिक टैंकर सहित तरल आक्सीजन हासिल करने पर ध्यान दे रही है.

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उन्होंने कहा कि चिकित्स आपूर्ति सीधी खरीद एवं अन्य माध्यमों से लाई जा रही है.

विदेश सचिव ने कहा कि अमेरिका से तीन विशेष विमानों के अमेरिका से बड़ी मात्रा में चिकित्सीय आपूर्तियां आने वाली है जिसमें से दो विमान शुक्रवार को पहुंचेंगे.

रूस से भी बृहस्पतिवार को भारत को 20 टन चिकित्सा सामग्रियां आई जिनमें आक्सीजन सांद्रक, वेंटीलेटर, दवा शामिल हैं . इसके अलावा दुनिया के कई देशों ने महामारी की स्थिति से निपटने में सहयोग के लिए चिकित्सा आपूर्ति की घोषणा की है.

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