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बिना टीका वाले सबसे ज्यादा बच्चे भारत में : यूनिसेफ

संयुक्‍त राष्‍ट्र बाल कोष ने कहा कि ऐसे बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा भारत में हैस जिन्हें कोई टीके नहीं लगा है. भारत में 2020 में 30 लाख से अधिक बच्चे ऐसे थे, जिन्हें कोई टीका नहीं लगा. पढ़ें पूरी खबर...

यूनिसेफ
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Published : Jul 15, 2021, 8:09 PM IST

नई दिल्ली : दुनियाभर में कोविड-19 महामारी ( COVID-19 pandemic) के बीच यूनिसेफ ने कहा कि ऐसे बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा भारत में है जिन्हें कोई टीके नहीं लगा है. इसके साथ ही इनकी संख्या बढ़कर 35 लाख हो गयी है और 2019 की अपेक्षा इस संख्या में 14 लाख की वृद्धि हुई है.

संयुक्‍त राष्‍ट्र बाल कोष (United Nations Children's Emergency Fund) (यूनिसेफ) ने एक बयान में कहा कि भारत में 2020 में 30 लाख से अधिक बच्चे ऐसे थे जिन्हें कोई टीका नहीं लगा. इसमें कहा गया है कि पिछले दस वर्षों में किसी भी नियमित टीकाकरण में विफलता के मामले में दक्षिण एशिया सबसे ऊपर रहा और 2020 में ऐसे बच्चों की संख्या करीब 44 लाख थी.

बयान के अनुसार ऐसे 30 लाख से अधिक बच्चे भारत में थे जिन्हें कोई खुराक नहीं मिली थी. यूनिसेफ ने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि दुनिया के कुल मामलों में से 62 प्रतिशत सिर्फ 10 देशों में है जिनमें बच्चों को कोई टीका नहीं मिला या उन्हें विभिन्न टीकों की पूरी खुराक नहीं मिली.

यह भी पढ़ें- 'पढ़ाई को हुए नुकसान की भरपाई के लिये कदम नहीं उठा रहे कई देश'

बच्चों के वैश्विक निकाय ने कहा कि भारत कोविड-19 से भी काफी प्रभावित रहा है. उसने कहा कि भारत में असुरक्षित बच्चों की संख्या 35 लाख थी जो दुनिया में सबसे ज्यादा थी. 2019 में ऐसे असुरक्षित बच्चों की संख्या 21 लाख थी.

असुरक्षित बच्चे वे हैं जिन्हें कोई टीका नहीं लगा है या जिन्हें विभिन्न टीकों की सभी खुराकें नहीं मिली हैं. बयान में कहा गया है कि 2020 में पाकिस्तान में 13 लाख असुरक्षित बच्चे थे.

(पीटीआई भाषा)

नई दिल्ली : दुनियाभर में कोविड-19 महामारी ( COVID-19 pandemic) के बीच यूनिसेफ ने कहा कि ऐसे बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा भारत में है जिन्हें कोई टीके नहीं लगा है. इसके साथ ही इनकी संख्या बढ़कर 35 लाख हो गयी है और 2019 की अपेक्षा इस संख्या में 14 लाख की वृद्धि हुई है.

संयुक्‍त राष्‍ट्र बाल कोष (United Nations Children's Emergency Fund) (यूनिसेफ) ने एक बयान में कहा कि भारत में 2020 में 30 लाख से अधिक बच्चे ऐसे थे जिन्हें कोई टीका नहीं लगा. इसमें कहा गया है कि पिछले दस वर्षों में किसी भी नियमित टीकाकरण में विफलता के मामले में दक्षिण एशिया सबसे ऊपर रहा और 2020 में ऐसे बच्चों की संख्या करीब 44 लाख थी.

बयान के अनुसार ऐसे 30 लाख से अधिक बच्चे भारत में थे जिन्हें कोई खुराक नहीं मिली थी. यूनिसेफ ने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि दुनिया के कुल मामलों में से 62 प्रतिशत सिर्फ 10 देशों में है जिनमें बच्चों को कोई टीका नहीं मिला या उन्हें विभिन्न टीकों की पूरी खुराक नहीं मिली.

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बच्चों के वैश्विक निकाय ने कहा कि भारत कोविड-19 से भी काफी प्रभावित रहा है. उसने कहा कि भारत में असुरक्षित बच्चों की संख्या 35 लाख थी जो दुनिया में सबसे ज्यादा थी. 2019 में ऐसे असुरक्षित बच्चों की संख्या 21 लाख थी.

असुरक्षित बच्चे वे हैं जिन्हें कोई टीका नहीं लगा है या जिन्हें विभिन्न टीकों की सभी खुराकें नहीं मिली हैं. बयान में कहा गया है कि 2020 में पाकिस्तान में 13 लाख असुरक्षित बच्चे थे.

(पीटीआई भाषा)

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